Arrival of red onion increased in Yewala and Andarsul

Loading

नाशिक. प्याज निर्यात बंदी का आदेश शाम के समय आया. परंतु सुबह से बंदर और सीमा पर प्याज को रोका गया. इस बारे में जानकारी मिलते ही पहले दिन के प्याज के निर्यात को अनुमति दी गई. परंतु फंसे प्याज में से केवल 30 प्रतिशत ही निर्यात किया गया. शेष 70 प्रतिशत प्याज में से आधा प्याज खराब होने से व्यापारियों का 750 करोड़ का नुकसान हुआ. ऐसा प्राथमिक अंदाजा व्यक्त किया जा रहा है.

कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का प्याज बारिश से खराब हुआ. ऐसे में प्याज का मायका वाले महाराष्ट्र में भी खरीफ सत्र के प्याज का बड़े तौर पर नुकसान हुआ. नया प्याज बाजार में आने में एक माह शेष है. साथ ही पश्चिम बंगाल, राजस्थान की नई प्याज नवंबर आखिर तक बाजार में आने वाली है. इसलिए और कुछ दिनों तक नाशिक के गर्मी के प्याज के दाम आसमान पर रहेंगे. कर्नाटक में एक बार फिर प्याज की फसल लगाने की जानकारी व्यापारियों को मिली है. 

नवम्बर में आएगी राजस्थान की नई प्याज

राज्य के मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के बंदरगाह में 4 लाख टन प्याज होने की जानकारी दी. इसी समय बांग्लादेश, नेपाल, भूटान की सीमा पर 600 से अधिक ट्रक प्याज फंसा हुआ था. केंद्र सरकार ने 13 सितंबर को प्याज निर्यात की राह आसान की. इसके बाद 3 लाख टन में से 80 प्रतिशत यानी की सवा 2 लाख टन प्याज खराब हुआ. 30 रुपए टन, ऐसे दाम की तुलना करें तो नुकसान का आंकड़ा पौने 700 करोड़ तक पहुंचता है. सीमा पर खड़े ट्रक के लिए दिन में 3 हजार रुपए अतिरिक्त किराए का नुकसान व्यापारियों को हुआ. साथ ही बंदरगाह में डिटेशन्स चार्ज, बंदरगाह के कंटेनर के लिए प्लगिंग शुल्क, जगह का किराया, अपलोडिंग शुल्क, ऐसे जहाज कंपनियों ने 70 करोड़ रुपए की वसूली की.