नाशिक. कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की तीसरी लहर (Third Wave) में बड़े तौर पर बच्चे (Children) प्रभावित (Affected) होने वाले है, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) तैयारी कर रहा है। एक समय पर 1326 बच्चे उपचार ले सकते है इतेन बेड आरिक्षत करने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने की है। शहर में 565 तो ग्रामीण में 763 बेड बच्चों के लिए उपलब्ध होंगे। जिले में कोरोना संक्रमण की दुसरी लहरी की तीव्रता कम हो रही है, तो संभावित कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है।
गौरतलब है की यह लहर बच्चों के लिए खतरनाक होने की बात की जा रही है। सावधानी बरतते हुए तीसरी लहर की तीव्रता को कम करने का प्रयास स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत तीसरी लहर में बच्चों को समय पर उपचार मिले इसलिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है। जिले की आबादी 72 लाख से अधिक है, जिसमें बच्चों की संख्या 24 लाख है। इसमें से 5 प्रतिशत बच्चों को कोरोना संक्रमण होने की संभावना स्वास्थ्य विभाग ने व्यक्त की है। 90 प्रतिशत बच्चे घर में ही उपचार लेकर ठिक हो सकते है, तो 10 प्रतिशत यानी की 13 हजार बच्चों में गंभीर लक्षण पाए जा सकते है। इसलिए उन्हें अस्पताल में दाखिल कर उपचार करना अनिवार्य है।
बच्चों को अभी से ही अस्पताल, बेड, दवाई उपलब्ध की जा रही है। इसके पहले एक हजार बेड का नियोजन किया गया है। परंतु डेल्टा प्लस वेरियंट का संक्रमण, कोरोना की तीसरी लहर के गंभीर परिणाम होने की संभावना ध्यान में रखते हुए बेड बढ़ाने का निर्णय लिया है। नियोजन के 30 प्रतिशत अतिरिक्त बेड आरक्षित रखेन का निर्णय लिया गया है।
बाल अस्पतालों की संख्या
- शहर – 43
- ग्रामीण – 51
- निजी – 63
- सरकारी – 31
- कुल – 94
बालरोग विशेषज्ञ
- शहर – 190
- ग्रामीण – 95
- कुल – 285
सरकारी अस्पताल के बेड
- जिला सरकारी अस्पताल – 100
- सिन्नर ग्रामीण अस्पताल – 50
- पिंपलगांव बसवंत – 50
- मालेगांव – 50
- उप जिला अस्पताल – 150
- ग्रामीण अस्पताल – 220