Cold stress is increasing gradually
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नाशिक. पिछले सप्ताह जिले में हुई बेमौसम बारिश के बाद पारा गिरने लगा है और पिछले 2 दिनों से नाशिक के निवासी कोहरे का सामना कर रहे हैं. परिणामस्वरूप दृश्यता भी प्रभावित हुई है और अरब सागर में बनने वाले चक्रवात का प्रभाव उत्तर महाराष्ट्र, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में महसूस किया जा रहा है. नतीजतन आर्द्रता 87 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो शहर में कोहरे के प्रसार का मुख्य कारण है. सर्दियों की पूर्व बारिश के अंतिम चरण में हवा की दिशा में परिवर्तन के कारण भाप में वृद्धि हुई, जिससे शहर में दृश्यता 500 मीटर तक बढ़ गई. फिर नवंबर की शुरुआत में शहर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. 

तापमान फिर से गिरने लगा 

इसके बाद मानसून चक्रवात के बाद बेमौसम बारिश हुई. अब तापमान फिर से गिरने लगा है, मानसून के बाद का तूफान अरब सागर से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. जैसे-जैसे इसकी तीव्रता बढ़ रही है वातावरण में बदलाव फिर से महसूस किया जाने लगा है. इससे राज्य में पारे में गिरावट के साथ आर्द्रता में वृद्धि हुई है. 

न्यूनतम तापमान 15 डिग्री 

सोमवार को सुबह 8.30 बजे तक आर्द्रता 87 फीसदी और शाम 5.30 बजे तक 38 फीसदी थी. न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसलिए सुबह के समय गर्म था, दोपहर में यह कुछ गर्म था. मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों में राज्य में ठंड बढ़ने की संभावना जताई है.

तूफान का असर

अरब सागर से पश्चिम की ओर बढ़ रहा ‘गति’ तूफान 25 नवंबर की सुबह सोमालिया के तट को पार करेगा. दूसरी ओर, चक्रवात ‘नीवर’ 24 घंटे में बंगाल की खाड़ी में बन रहा है. यह राज्य में जलवायु को प्रभावित कर रहा है जिससे ठंड बढ़ रही है और आर्द्रता बढ़ रही है. 

-सुनील कालभोर, प्रमुख, नाशिक मौसम विज्ञान केंद्र