शिंदखेड़ा. शिरपुर के निनाद फाउंडेशन द्वारा संचालित संगीत विद्यालय ने विद्यार्थी की 5000 रुपए फीस वापस की. विद्यार्थी राकेश मधुकर मोरे शिरपुर ने गुरुकुल संगीत विद्यालय शिरपुर का विज्ञापन पढ़कर जनवरी 2019 में बांसुरी वादन का क्लास लगाया. शुरू में गुरुकुल संगीत विद्यालय के संचालक डॉक्टर नितिन शास्त्री ने गायन क्लास की सलाह दी थी. उसकी 5000 रुपए फीस देकर प्रवेश अर्ज राकेश मोरे से भराया. पर एक माह के बाद प्रवेश अर्ज के नियमानुसार व उनकी इच्छानुसार बांसुरी वादन क्लास करने के लिए कहा, डॉक्टर नितिन शास्त्री ने बांसुरी वादन का प्रशिक्षण देने की शुरुवात की. दो महीने के प्रशिक्षण काल में राकेश मोरे को गुरुकुल संगीत विद्यालय के ज्ञापन के अनुसार सेवा, सुविधा व प्रशिक्षण नहीं मिल रहा. यह देख क्लास बंद किया और डॉक्टर नितिन शास्त्री से 5000 रुपए फीस में से 3500 फीस लौटाने को कहा. पर डॉक्टर नितिन शास्त्री ने मना कर दिया.
राकेश मोरे ने ग्राहक सुरक्षा क़ानून व सूचना का अधिकार का प्रयोग कर विविध संस्थाओं से गुरुकुल संगीत विद्यालय की जानकारी मंगवाई.उसके आधार से गुरुकुल संगीत विद्यालय का विज्ञापन ग्राहकों को फंसाने वाला है, यह पता चला. फिर से फीस वापस लेने गुरुकुल संगीत विद्यालय से पत्र व्यवहार करने पर उन्होंने पूरे पांच हजार फीस का चेक राकेश मोरे को दिया.