येवला. स्थानीय तहसील में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या 4,664 है और 4,272 मरीज कोरोना से मुक्त हो गए हैं। अब तक 197 पीड़ितों की कोरोना से मौत (Death) हो चुकी है। इस बीच प्रशासन द्वारा सख्त प्रतिबंध (Strict Restrictions) लगाने के बावजूद मार्च और अप्रैल में मरीजों (Patients) की बढ़ती संख्या और बढ़ती मृत्यु दर चिंता का विषय थी। हालांकि फिलहाल मरीजों और मौतों की संख्या में कमी आई है और प्रभावितों के ठीक होने की दर भी बढ़ी है। लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा अपनाई गई सख्त नीति के चलते दोपहर 12 बजे के बाद प्रशासन कार्रवाई कर रहा है।
संक्रमित मरीजों की औसत संख्या, जो पिछले महीने 25 फीसदी थी, अब घटकर महज 2.5 फीसदी रह गई है। मृत्यु दर जो चार प्रतिशत थी, वह भी घटकर दो प्रतिशत रह गई है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों पीड़ितों की संख्या ज्यादा है। पुलिस इंस्पेक्टर संदीप कोली और सब-इंस्पेक्टर युवराज चव्हाण के नेतृत्व में कार्रवाई का अभियान चलाया जा रहा है।
निफाड़ में भी घटे मरीज
वहीं, सबसे अधिक संक्रमितों की संख्या होने वाले निफाड़ तहसील की स्थिति में अब सुधार हो रहा है। तहसील के मरीजों की संख्या कम हो रही है। हर दिन लगातार 200 से अधिक सामने आने वाले मरीजों की संख्या कुछ दिनों से 100 से कम सामने आ रही है।
111 बेड हुए खाली
विशेष यह है कि तहसील के 4 सरकारी कोविड सेंटर के 240 में से 111 बेड रिक्त है। आज की स्थिति में तहसील के सरकारी कोविड सेंटर, निजी अस्पताल और होम क्वारंटाइन, ऐसे कुल 1500 मरीज उपचार ले रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से तहसील में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ने से चिंता व्यक्त की जा रही थी। हर दिन कभी 300 तो कभी 400 से अधिक मरीज सामने आते थे।
रंग लाई नागरिकों के साथ टीम की मेहनत
तहसील, स्वास्थ्य, पुलिस, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत आदि सभी विभागों ने लॉकडाउन सफल करने के लिए हरसंभव प्रयास किए। साथ ही ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान के तहत तहसील के हर एक परिवार का सर्वेक्षण किया गया। इससे कोरोना पीड़ित खोजने में आसानी हुई। मरीजों की संख्या कम होने से लासलगांव, पिंपलगांव, बसवंत, निफाड़ स्थित कोविड केयर सेंटर के बेड रिक्त हो रहे हैं।