Stroke picket for Remdesivir Injection, 100 injections ordered for Malegaon

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    मालेगांव. मालेगांव (Malegaon) में एक भी रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) ना भेजे जाने के कारण आक्रोशित कृषिमंत्री भुसे (Agriculture Minister Bhuse) ने एफडीए (FDA) के कार्यालय में 2 घंटे तक धरना दिया। इंजेक्शन मिले बिना मंत्री की वहां से ना जाने की जिद के कारण अधिकारियों की भागम भाग शुरू हो गई। 2 घंटे के अथक प्रयत्न के बाद अधिकारियों ने मालेगांव में 11 हॉस्पिटल्स के लिए 100 इंजेक्शन उपलब्ध कर दिए, उसके बाद ही भुसे एफडीए के कार्यालय से बाहर निकले। रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी पूरे जिले में देखी जा रही है।

    जिले के लिए उपलब्ध होने वाला स्टॉक समान रूप से तहसील स्तर पर वितरण करने के नियम के बाद भी एफडीए के अधिकारी केवल बड़े निजी अस्पतालों को ही इंजेक्शन पहुंचा रहे थे। ऐसी सूचना मंत्री भुसे को मिली थी। इंजेक्शन किस प्रकार अस्पतालों को दिया जा रहा है। इसकी जानकारी लेने के लिए वह अचानक एफडीए के कार्यालय पहुंच गए। यहां सहआयुक्त दुष्यंत भामरे, माधुरी पवार आदि थे। इस अचानक दौरे के कारण निरीक्षकों की भागम भाग शुरु हो गई। इस हड़कंप को देखकर मंत्री भुसे और भी गुस्सा हो गए। कुछ ही दिनों पहले अपना पद ग्रहण करने वाले भामरे को बार-बार केबिन के बाहर आकर अधिकारियों से मोबाइल पर बात करनी पड़ रही थी। मंत्री की छापेमारी से अफसरों के पसीने छूट रहे थे।

    अधिकारियों पर बरस पड़े सहायक आयुक्त

    केबिन के अंदर मंत्री के सवालों की भरमार और केबिन के बाहर संबंधित अधिकारी के उपलब्ध ना होने से सहायक आयुक्त भामरे का भी अधिकारियों पर पारा चढ़ गया। वह भी अधिकारियों पर बरस पड़े। मालेगांव के लिए कितने इंजेक्शन्स भेजे गए हैं इसकी जानकारी पूछने के बाद अधिकारियों के हाथों के तोते उड़ गए। आखिर शहर के एक बड़े अस्पताल के साथ गेटवेल नामक सप्लायर से कुछ इंजेक्शन, इस प्रकार 100 इंजेक्शन मालेगांव में 11 अस्पतालों को लिए मंत्री भुसे को उपलब्ध करा दिए गए। इन 2 घंटों में गुस्साए कृषि मंत्री ने अधिकारियों की खबर ली।

    शहर में इंजेक्शन की भारी कमी

    नाशिक शहर में भी इस इंजेक्शन की भारी कमी है। नागरिकों द्वारा विरोध और प्रशासन द्वारा व्यवस्था में बदलाव के बाद भी कमी बनी हुई है। एनसीपी के शहर अध्यक्ष रंजन ठाकरे ने भी भुसे को आक्रामक रूप से सारी जानकारी दी। इसके बाद भुसे ने अधिकारियों से पूछताछ की और अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई।

     इन अस्पतालों को मिले इंजेक्शन

    • सहारा हॉस्पिटल (डीसीएचसी) 16
    • सिक्स सिग्मा हॉस्पिटल : 11
    • द्वारकामणी हॉस्पिटल : 06
    • सहारा हॉस्पिटल (डीसीएच) : 11
    • एमएसजी (डीसीएचसी) : 07
    • सुविधा हॉस्पिटल : 04
    • जीएच मालेगांव : 23
    • एमएसजी (सीसीसी) : 08
    • संकल्प हॉस्पिटल : 05
    • लोटस हॉस्पिटल : 05
    • जीवन हॉस्पिटल : 04

    सिन्नर में 2 आक्सीजन कंपनी होगी शुरू

    भुसे ने कहा कि सिन्नर में 2 ऑक्सीजन कंपनियां, जिन्हें ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण बंद कर दिया गया था, उन्हें कब्जे में ले लिया जाएगा। मुंबई और सिंधुदुर्ग से तरल ऑक्सीजन के टैंकरों को भरने में देरी हो रही है, इसलिए सरकारी स्तर पर एक मार्ग निकाला गया है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक ऑक्सीजन की आपूर्ति में कटौती की जाएगी और इसका उपयोग स्वास्थ्य देखभाल के लिए किया जाएगा।

    नाशिक को राहत

    जिले में सोमवार को कम से कम 38 मरीजों की मौत हो गई। दिन भर में 3588 नए रोगी पाए गए और 3928 रोगी ठीक हुए, पिछले एक पखवाड़े में पहली बार सक्रिय रोगियों की संख्या में 340 की कमी आई। जिले में अब तक 2 लाख 33 हजार 629 लोग संक्रमित हुए हैं। 2 लाख 94 हजार 267 मरीज ठीक हुए। 2720 लोगों की मौत हो गई। 36642 मरीजों का इलाज चल रहा है।

    वीकेंड लॉकडाउन के बाद बढ़े मरीज

    • नाशिक मनपा – 1887
    •  नाशिक ग्रामीण – 1568
    • मालेगांव मनपा – 95
    • जिला बाहर – 38

    38 मरीजों की गयी जान

    • नाशिक मनपा -13
    • मालेगांव मनपा -2
    • नाशिक ग्रामीण -22
    • जिला बाहरी -1