भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार में शुरू राजनीतिक संकट और गहराता जारहा हैं. वहीँ शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन के कमलनाथ सरकार में रहे सिंधिया समर्थक मंत्रियों को उनके कैबिनेट से हटा दिया
भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार में शुरू राजनीतिक संकट और गहराता जारहा हैं. वहीँ शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन के कमलनाथ सरकार में रहे सिंधिया समर्थक मंत्रियों को उनके कैबिनेट से हटा दिया हैं.
Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon (in file pic) expels 6 ministers (Imarti Devi, Tulsi Silawat, Govind Singh Rajput, Mahendra Singh Sisodia, Pardyuman Singh Tomar and Dr Prabhuram Chaudhary) from Cabinet on recommendation of Chief Minister Kamal Nath. pic.twitter.com/P30a6FlFat
— ANI (@ANI) March 13, 2020
बतादें कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में इमरती देवी, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, परद्युम्न सिंह तोमर और डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मंत्री पद के साथ विधायकी से इस्तीफ़ा दे दिया हैं. जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को चिट्ठी लिख कर मंत्री मंडल से हटाने की सिफारिश की थी.
सिंधिया ने राज्यसभा के लिए भरा नामांकन
आज सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के उम्मीदवार के तौर राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरा. इस दौरान उनके साथ पूर्वमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वि.डी. शर्मा, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ कई बड़े नेता मौजूद थे.
भोपाल एअरपोर्ट पर धारा 144 लागु
राज्य में शुरू राजनितिक स्तिथि को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस एक दुसरे पर हमलावर हैं. इसी को लेकर भोपाल के राजा भोज एअरपोर्ट पर दोनों पार्टीयों के कार्यकर्ताओं में झड़प होगई. जिसके बाद पुरे एअरपोर्ट एरिया में धारा 144 लागु कर दिया हैं.
Madhya Pradesh: Section 144 of the Criminal Procedure Code (CrPC) imposed at Bhopal airport after supporters of Congress and BJP gathered at the airport today. pic.twitter.com/6L96LOpwhZ
— ANI (@ANI) March 13, 2020
प्राइवेट जेट से भोपाल पहुचेंगे बागी विधायक
मिली जानकरी के अनुसार, सिंधिया समर्थक सभी बागी विधायक एक प्राइवेट जेट से जल्द भोपाल पहुँच सकते हैं. जिसके कारण एअरपोर्ट में भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी हैं. बतादें कि विधानसभा स्पीकर एन.पी.प्रजापति ने सभी विधयाको को हाजिर होकर इस्तीफ़ा देने का निर्देश दिया था.