सुप्रीम कोर्ट का केंद्र को निर्देश, ” प्राइवेट लैब में भी हो कोरोना की फ्री जाँच”

नई दिल्ली: देश में कोरोनाके बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट सरकार को बड़ा जिसके अनुसार कोरोना जाँच के लिए सरकार फ्री में व्यवस्था करे, प्राइवेट लैब फ्री में जाँच

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नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट  सरकार को बड़ा  जिसके अनुसार कोरोना जाँच के लिए सरकार फ्री में व्यवस्था करे, प्राइवेट लैब फ्री में जाँच किया जाए." 
 
सुप्रीम कोर्ट में कोरोना जाँच  मुफ्त करने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस रविंद्र भट्ट की पीठ ने कहा, " केंद्र सरकार सुनिश्चित करे के प्राइवेट लैब लोगो से कोरोना जांचके नाम पर ज्यादा पैसे नहीं ले. सरकार को तुरंत मुफ्त  की व्यवस्था करनी चाहिए। वहीँ सरकार की तरफ से पेश हुए सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता कहा की सरकार इसपर हर संभव कोशिश कर रही हैं. 
 
इसके लिए बनाए तंत्र 
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा, " सरकार को एक तंत्र बनाना चाहिए जिससे लोगों से प्राइवेट लैब ज्यादा पैसे नहीं लेपाए। इसीके साथ ऐसी व्यवस्था भी करे जिससे प्राइवेट लैब जाने वाली राशि सीधे सरकार  के पास आए."

165 प्रयोगशालाओं में 15 हजार टेस्ट रोज 
तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि देश के अंदर मौजूदा समय में 165 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं जिसमे 118 सरकारी    और 47 निजी हैं. जिसमे रोजाना 15  ज्यादा टेस्ट किया जारहा हैं." उन्होंने कहा, " मामलो को बढ़ते देख हुए और कितने प्रयोगशालाएं स्थापित किए जाएंगे पतानहीं।
 
लॉक डाउन खत्म कब होगा पता नहीं 
तुषार मेहता ने कहा, " कोरोना वायरस के प्रसार को काम करने के लिए लॉक डाउन लगाया  हुआ हैं. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले को देख कह नहीं सकते यह कब ख़त्म होगा।"