Deepak, the killer of wife, two daughters and teacher arrested

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    ओम प्रकाश मिश्र 

    रांची. वेब सीरीज (Web Series) देखकर अपनी ही दो मासूम बेटियों (Daughters) समेत पत्नी (Wife) और ट्यूशन टीचर (Tuition Teacher) की हत्या (Murder) करने वाले दीपक कुमार साहू को धनबाद पुलिस (Dhanbad Police) ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद हत्या के मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दीपक अपने दोस्तों से व्यापार में धोखा खाने के बाद, हत्या की कहानी पर आधारित असुर और पाताललोक नामक दो वेब सीरीज देखकर हत्या का ताना-बना बुना था और उसने अपनी पत्नी समेत दो मासूम बेटियों और ट्यूशन टीचर की हत्या कर दी थी। दीपक की गिरफ्तारी के बाद धनबाद के पुलिस निरीक्षक एम. तमिल वाणन ने बताया कि दीपक से पूछताछ में उसने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि उसे सोपोडेरा के रहने वाले दोस्त प्रभु गुप्ता और उसके भतीजे रोशन से व्यापार में धोखा मिला था। प्रभु गुप्ता ने दीपक का सोपोडेरा स्थित मकान को बहका-फुसला कर बिकवा दिया था। उसने अपना पुराना डम्पर भी दीपक को ऊंचे दाम पर बेच दिया था, वहीं रौशन भी दीपक से पांच लाख रुपए उधार लिया था। जिसे वह दीपक को लौटा नहीं रहा था इसलिए दीपक ने सबसे पहले अपने उन्ही दोनों दोस्तों की हत्या करने की योजना बनाई थी पर उसके दिमाग  में यह बात आई कि दोनों दोस्तों की हत्या के बाद उसके परिवार को काफी परेशान होना पड़ेगा। यह सोचकर उनसे सबसे पहले अपने परिवार को मार दिया। चार लोगों की हत्या के बाद वह प्रभु की हत्या के फ़िराक में था,  हत्या का राज खुल जाने के डर से वह फरार हो गया था। 

    पत्नी और दोनों बेटियों की हत्या के सन्दर्भ में एसपी ने बताया कि रविवार पड़ोस में बच्चे के जन्मदिन की पार्टी से लौटने के बाद घर आकर सभी सो गए थे। पर वह जागकर पाताललोक नामक वेब सीरीज देखता रहा। सुबह 5:30 बजे उसकी पत्नी वीणा जाग गई। उसने वीणा से बातचीत किया कुछ देर बाद वीणा दुसरे कमरे में जाकर फिर सो गई। सुबह लगभग 8 से 9 बजे के बीच दीपक पीछे से हथौड़ा से वीणा के सर पर वार कर उसकी हत्या कर दी इसके बाद दुसरे कमरे में सो रही दोनों बेटियों शान्वी और दीया को भी हथौड़े से वार कर तकिए से उनका मुंह और गला दबाकर उन्हें मार डाला। उसने ट्यूशन टीचर की भी हत्या कर दी। इसके पश्चात उसने रौशन की हत्या करने के लिए उसे फोन कर अपने घर पर बुलाया रौशन अपनी पत्नी आराध्या बेटी अंशु और शाला अंकित को लेकर दीपक के घर पहुंचा। दीपक उन सभी को मार डालना चाहा पर आराध्या को जाने कैसे इस बात का एहसास हो गया और वह बाहर निकलकर शोर मचा दी। उसके शोर मचाने से पकड़े जाने के डर से दीपक वहां से भाग निकला। दीपक ने रौशन को मारने के बाद प्रभु को भी मारने की योजना बनाई थी।  

    घटना को अंजाम देने के बाद हुआ फरार

    एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद दीपक अपने मोटरसाइकिल को लेकर फरार हो गया और टाटानगर रेलवे स्टेशन से चाईबासा होते हुए राउरकेला पहुंचा, जहां रायरंग पुर में उसका बुलेट पंक्चर हो गया। एक दुकान में बुलेट खड़ी कर किराए की कार लेकर पूरी चला गया। 13 अप्रैल को पूरी पहुंचकर कार वाले चालक के नाम पर देववाणी नामक होटल में एक कमरा लिया। सुबह से लेकर वह दिन भर घूमता रहा और सुबह 14 अप्रैल को 10 हजार में एक कुल कैब लेकर सरायकेला से चांडिल होते हुए वह रांची पहुंचा। यहां कैब चालक के नाम पर कमरा बुक कराया। दिनभर शॉपिंग कर दुसरे दिन सुबह 15 अप्रैल को एक दूसरा कैब लेकर रामगढ़ होते हुए रात 8:30 बजे धनबाद पहुंचा और यहाँ भी कैब चालक के नाम पर सूर्या नामक होटल में एक कमरा बुक कराया। दुसरे दिन पैसे ख़त्म होने पर वह धनबाद के एचडीएफसी बैंक पहुंचा और बैंक मेनेजर से अपने बैंक खाते में डेढ़ लाख रूपए हस्तानांतरित करने को कहा किसी तरह खाते में पैसे जमा नहीं होने पर बैंक में जमकर हंगामा किया। इधर, जमेशदपुर पुलिस ने दीपक के बैंक खाते को निगरानी में रखा था। ऐसे में दीपक के खाते में पैसा हस्तांतरित होने का प्रयास होते ही पुलिस को इसकी जानकारी हो गई।

    पुलिस ने की सीसीटीवी फुटेज से पहचान

    स्थानीय एचडीएफसी बैंक ब्रांच से धनबाद एचडीएफसी ब्रांच का नम्बर प्राप्त कर बैंक मैनेजर से संपर्क कर पैसा हस्तांतरित करने वाले का सीसीटीवी कैमरे का फुटेज माँगाकर पुलिस ने उसकी पहचान कर ली। इसके बाद तुरंत जमशेदपुर पुलिस धनबाद के लिए रवाना हो गयी। दोपहर 2 बजे पुलिस का दल धनबाद पहुंचा, तभी बैंक से जा चूका दीपक 2:30 बजे पैसा हस्तांतरित कराने पुनः बैंक पहुंचा तभी जमशेदपुर के डीएसपी लंच ब्रेक का बहाना बनाकर बैंक का शटर बंद कर दिया और स्थानीय धनबाद पुलिस को बुलाकर दीपक को गिरफ्तार करा लिया और उसे जमशेदपुर ले आई। जमशेदपुर आकर रात 3 बजे पुलिस उसे घटना स्थल पर ले गई और पुलिस ने उससे गहन पूछताछ की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ट्यूशन टीचर का हांथ मुंह बांधने वाले टेप, रस्सी, हत्या में प्रयुक्त चाकू, मुख्य दरवाजे की चाभी, नकद एक लाख रुपए पूरी रांची और धनबाद के होटलों की पर्ची, पैन कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, एक सादा चेक, बुलेट की चाभी, एक मोबइल और एक घड़ी बरामद किया गया। राउरकेला से उसकी बुलेट बरामद करने के लिए पुलिस का एक दल भेजा गया है।