ओमप्रकाश मिश्र
रांची. चेन्नई (Chennai) में इलाजरत झारखंड (Jharkhand) के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो (Education Minister Jagannath Mahto) के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद सोमवार को सुबह चार्टड प्लेन (Chartered Plane) से उन्हें रांची (Ranchi) वापस लाया गया। जगन्नाथ का कोरोना संक्रमण से फेफड़ा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। चेन्नई के डॉक्टरों ने उनके क्षतिग्रस्त फेफड़े का सफल प्रत्यारोपण कर उन्हें नई जिंदगी दी। गत वर्ष सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में कोरोना से संक्रमित होने के बाद शिक्षा मंत्री को गंभीर अवस्था में रांची स्थित मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
स्वास्थ्य की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पहल पर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर (एमजीएम) चेन्नई के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम रांची बुलाई गई थी। इसके बाद टीम की सलाह पर जगन्नाथ महतो को 19 अक्टूबर को चिकित्सकों की देखरेख में एयर एंबुलेंस से चेन्नई भेजा गया था। चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर (एमजीएम) में मंत्री का कोरोना संक्रमण से खराब हो चुके फेफड़े का सफल प्रत्यारोपण कर डॉक्टरों ने उन्हें एक नई जिंदगी दी।
सीएम ने लिया व्यवस्था का जायजा
फेफड़े के प्रत्यारोपण के पश्चात अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मंत्री को चेन्नई से रांची वापस लेने के लिए रिम्स क्रिटिकल केयर के विभागाध्यक्ष डॉ. पी.के. भट्टाचार्य और मेडिसिन विभाग के डॉ. अजीत डुंगडुंग एक विशेष विमान से चेन्नई गए, वहां मंत्री के स्वास्थ्य की सघन जांच करने और संतुष्ट होने के बाद शिक्षा मंत्री को अपनी देखरेख में सोमवार को ही चार्टड प्लेन से लेकर रांची लौटे। इधर मंत्री के लौटने के पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री के आवास पर खुद जा कर वहां पर अनुकूल व्यवस्था का जायजा लिया वहां स्वास्थ्य सम्बंधित अनुकूल व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश देकर शाम 7 बजे बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी करने पहुंचे।