अहमदाबाद. पुलिस ने गुजरात के राजकोट जिले के एक निजी कोविड-19 अस्पताल में पिछले सप्ताह लगी आग के मामले में अस्पताल का संचालन करने वाली कंपनी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उदय शिवानंद अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे आग लग लगने के कारण पांच मरीजों की मौत हो गई थी, जबकि 28 अन्य को बचा लिया गया था। पुलिस ने अस्पताल का संचालन करने वाले ‘गोकुल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड’ के पांच अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304-ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत रविवार को प्राथमिकी दर्ज की थी।
राजकोट के मालवीय नगर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कंपनी के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश मोढा, कार्यकारी निदेशक डॉ. विशाल मोढा और निदेशक डॉ. तेजस करमता की कोविड-19 की जांच संबंधी रिपोर्ट आने के बाद उन्हें सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके और दो अन्य लोगों के खिलाफ लापरवाही के कारण मौत के मामले में आईपीसी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।” पुलिस उपायुक्त मनोहर सिंह जडेजा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया था कि मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि अस्पताल प्राधिकारियों ने लापरवाही बरती और इसलिए आईपीसी की धारा 304-ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि कोविड- 19 अस्पताल ने 15 सितंबर को अनुमति मिलने के बाद काम करना शुरू किया था। जडेजा ने कहा था कि जांच में खुलासा हुआ कि अस्पताल ने कई नियमों का कथित उल्लंघन किया और अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही बरती। उन्होंने कहा था कि अस्पताल ने आग की रोकथाम संबंधी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया, सुरक्षा संबंधी उपाय नहीं किए गए, जिनके कारण बचाव अभियान में मुश्किलें पेश आईं और पांच मरीज मारे गए।(एजेंसी)