Bhagat Singh Birth Anniversaryशहीद-ए-आजम भगत सिंह के वे 5 सर्वश्रेष्ठ उद्धरण, जो आज भी किए जाते हैं याद
भारतीय क्रांतिकारी, समाजवादी, अंग्रेजों की हिंसा के खिलाफ लड़ने वाले लोक नायक, करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्त्रोत, देश की आजादी के लिए अपना कुर्बान करने वाले, भारत माँ के लाल, वीर भगत सिंह का आज यानी 27 सिंतबर को 114वीं जयंती है। तो चलिए आज उनके जन्मदिन के अवसर पर जानते हैं उनके कुछ सर्वश्रेष्ठ और प्रसिद्ध उद्धरण।
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“वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचल नहीं पाएंगे।"
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“क्रांति मानव जाति का एक अविभाज्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक अविनाशी जन्म अधिकार है।"
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“मैं ऐसा पागल हूं कि जेल में भी आजाद हूं।"
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"मैं महत्वाकांक्षा और आशा और जीवन के आकर्षण से भरा हूं। लेकिन जरूरत के समय मैं सब कुछ त्याग सकता हूं।”
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