Mohan Joshi

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पुणे. पूर्व विधायक (Former MLA) और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मोहन जोशी (Maharashtra Pradesh Congress General Secretary Mohan Joshi) ने मांग की है कि महानगरपालिका सीमाओं के बढ़ते विस्तार को देखते हुए शहर को खडकवासला परियोजना (Khadakwasla Project) से 16 टीएमसी (TMC) पानी (Water)मिलना चाहिए।  

कांग्रेस ने किया था आंदोलन 

इस बारे में जोशी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पिछले कुछ वर्षों से लगातार मांग कर रही है कि पुणे शहर को सही पानी मिलना चाहिए और पार्टी ने इसके लिए लड़ाई भी लड़ी है।  2018 में कसबा पेठ में तत्कालीन मंत्री गिरीश बापट के कार्यालय के सामने एक भजन आंदोलन किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था। नागरिक भी सहायक थे। बाद में पूरे शहर में ऐसे आंदोलन हुए। भाजपा को इस गहन और लगातार आंदोलन को गंभीरता से  लेना पड़ा। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पुणे शहर को 1350 एमएलडी से अधिक पानी की आपूर्ति करने का वादा किया था। वास्तव में इतना पानी नहीं मिल पाया। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने भी यह मांग उठाई थी। कांग्रेस पार्टी एक बार फिर वही मांग कर रही है। जोशी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी पानी के मुद्दे पर पुणे के लोगों के साथ रहेगी। 

नए गांव हुए है शामिल 

जोशी के अनुसार, हाल ही में 23 गांवों को महानगरपालिका में शामिल किया गया है और अन्य 34 गांवों को शामिल किया जाना है। इस विस्तार को देखते हुए 16 टीएमसी पानी की आवश्यकता है। पुणे को भामा-आसखेड़ बांध से पानी मिलेगा। इससे शहर के एक हिस्से की जरूरत को पूरी होगी। हालांकि, पूरे शहर को देखते हुए पुणे को अतिरिक्त पानी और उस पानी की सावधानीपूर्वक योजना की आवश्यकता है। जोशी ने आगे कहा कि सत्ता में रहते हुए भाजपा के पास पुणे के लोगों को उनका हक देने का अवसर था, लेकिन उन्होंने कभी भी उस मांग को गंभीरता से नहीं लिया और कोई निर्णय नहीं लिया। लेकिन अब विपक्षी बेंचों पर बैठे, भाजपा सांसद गिरीश बापट और विधायकों को याद आया कि पुणे के निवासियों को पानी का उचित हिस्सा मिलना चाहिए। मोहन जोशी ने इस दोहरेपन की आलोचना की है।  हालांकि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अपनी मांग पर अड़ी हुई है और वह इस पर कोई समझौता नहीं करेगी।