कोरोना रोकथाम की आड़ में की गई खरीदारी में भ्रष्टाचार, देवेंद्र फडणवीस को सौंपा ज्ञापन

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पिंपरी. कोरोना महामारी की रोकथाम और इलाज के लिए पिंपरी-चिंचवड मनपा की ओर से मेडिकल साहित्य, मास्क, दवाइयां आदि की बड़े पैमाने पर खरीददारी की गई. इस खरीदी में बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. 

इतना ही नहीं सीएसआर फंड से मिले किट में भी घोटाला हुआ. इसकी उच्चस्तरीय जांच की जाए. इसकी मांग सामाजिक कार्यकर्ता मारुति भापकर ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की, उन्हें इस मांग का ज्ञापन भी सौंपा है.

मरीजों की संख्या छिपाने का भी आरोप

बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पिंपरी- चिंचवड मनपा के वायसीएम पहुंचे और अस्पताल में हो रहे कोविड मरीजों का इलाज और इंतजाम का जायजा लिया. कई कमियां उनको देखने को मिली. संख्या छिपाने का आरोप भी लगाया. शुरुआती दौर में वायसीएम में जो इलाज और उपाय योजना की गई थी उसमें भी ढिलाई बरती जा रही है. जिसका नतीजा यह हुआ कि शहर में हर दिन 100-150 मरीज संक्रमित पाए जा रहे है. इस बीच भूतपूर्व नगरसेवक मारुति भापकर ने उनसे मुलाकात कर उनकी पार्टी को सत्ता वाली मनपा में कोरोना की आड़ में की जा रही खरीददारी में बड़े पैमाने पर किये गए भ्रष्टाचार की ओर उनका ध्यानाकर्षित किया. विधानसभा में इसके विरोध में आवाज बुलंद करें और इसकी उच्चस्तरीय जांच की जाए, यह मांग उन्होंने फडणवीस से की है.

सरकार से करेंगे कार्रवाई की मांग

फडणवीस ने उनके ज्ञापन का स्वीकार किया और गंभीरता से उनकी बात को सुना. साथ ही यह आश्वासन दिया कि विरोधी पक्षनेता होने के नाते वो इसकी आवाज सरकार दरबार तक उठाएंगे और जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए सरकार से मांग करेंगे.