Murder
प्रतीकात्मक तस्वीर 

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पुणे. कोरोना की रोकथाम के लिए देशभर में लागू किये गए लॉकडाउन की एक से एक विदारक तस्वीरें सामने आ रही है. ताजा मामला पुणे से है जहां पति लॉकडाउन के दौरान फंसा रहा और वहां उत्तर प्रदेश में उसकी पत्नी और नए जन्मे बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

महराजगंज के नौतनवा स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार को जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. पहले बच्चे की मौत हुई और एक घंटे बाद प्रसूता ने भी दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. स्वास्थ्य विभाग ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पूरे मामले का जांच का आदेश दिया है.

नार्मल डिलिवरी के बाद महिला की मौत

सोनौली कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत हनुमान गढि़या टोला कोनघुसरी निवासी अनिल विश्वकर्मा की 28 वर्षीय पत्नी उर्मिला को मंगलवार की सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. परिजन 108 नम्बर एम्बुलेंस से रतनपुर सीएचसी लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक करार देते हुए रेफर कर दिया. परिजन प्रसव पीड़ित महिला को नौतनवा के एक निजी अस्पताल में ले गए. थोड़ी देर बाद शिशु पैदा हुआ, लेकिन वह मरा हुआ ही जन्म लिया था. नार्मल प्रसव के एक घंटे बाद प्रसूता की भी मौत हो गई. जच्चा-बच्चा की मौत पर परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा किया.

जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई

मृतका उर्मिला का पति अनिल विश्वकर्मा लाकडाऊन में पुणे में फंसा है. उर्मिला की 2 बच्चियों का जन्म नार्मल हुआ था. बड़ी बेटी नेहा (5) व छोटी बेटी सुनेहा (2) है. परिजनों ने एसीएमओ डॉ आईए अंसारी को फोन से पूरे घटनाक्रम की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की गई. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी. इसमें जिसकी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही यह भी पता किया जाएगा कि प्रसव पीड़िता को क्यों और कहां रेफर किया गया था?