Ego of power calling farmers movement protesters useless Mohan Joshi

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    पुणे. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Maharashtra Pradesh Congress Committee) के उपाध्यक्ष (Vice-President) और पूर्व विधायक मोहन जोशी (MLA Mohan Joshi) ने कहा कि चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) को पार्टी के अन्य नेताओं को बदनाम करने के बजाय पुणे में रुकी हुई परियोजनाओं को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए।

    शहर में कई लंबित योजनाए

    भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने पुणे में एक समारोह में बोलते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को बिना वजह फटकार लगाई। मोहन जोशी ने मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पुणे नगर निगम बीजेपी के नियंत्रण में है। हालांकि पिछले साढ़े चार साल से शहर के बड़े प्रोजेक्ट ठप पड़े हैं। भाजपा इसका समाधान नहीं कर पाई है। प्रकाश जावड़ेकर ने छह साल पहले मुठा नदी के सुधार के लिए 800 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। जावड़ेकर का मंत्री पद चला गया है, लेकिन योजना अभी तक काम नहीं कर रही है। जावड़ेकर ने घोषणा करना ही बंद कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में स्मार्ट सिटी योजना की घोषणा की। भाजपा इस योजना के पहले चरण को पांच साल में पूरा नहीं कर पाई। इसके उलट मोदी सरकार योजना को खत्म करने का मन बना रही है। वही जलापूर्ति योजना की घोषणा के साथ ही उस योजना में भी देरी हुई है। पुणे मेट्रो की उपेक्षा के कारण उस योजना के काम में देरी हुई।  

    मोहन जोशी ने कहा कि भाजपा ने जहां शहर के विकास की इतनी उपेक्षा की है, वहीं प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल आलोचना करने में व्यस्त हैं।  जोशी के अनुसार सीरम इंस्टीट्यूट ने पुणे को कोविड वैक्सीन की अतिरिक्त खुराक देने की पेशकश की थी, उन्हें केंद्र सरकार से अनुमति चाहिए थी। हालांकि दो महीने बाद सांसद गिरीश बापट और मेयर मुरलीधर मोहोल को अनुमति नहीं मिल पाई। पुणेकरों  ने भाजपा को दिए 100 पार्षद, छह विधायक, लगातार दो बार भाजपा ने पुणेकरों को क्या दिया?  पूर्व विधायक मोहन जोशी ने यह  भी कहा है कि चंद्रकांत पाटिल को इसका पता लगाना चाहिए और इससे कुछ सीख लेनी चाहिए।