Ajit pawar

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    कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के प्रमुख अदार पूनावाला के देश छोड़कर इंग्लैंड चले जाने के बाद से उत्पन्न चिंताजनक स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अपनी ओर से पहल की है कि हर व्यक्ति को वैक्सीन उपलब्ध हो सके. उपमुख्यमंत्री व पुणे के पालक मंत्री अजीत पवार ने पुणे के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि हैदराबाद में कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक को अपनी एक प्रोडक्शन यूनिट पुणे में खोलने के लिए तुरंत जमीन दी जाए.

    यह कहा गया कि इस इकाई का काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा. यह एक अच्छा कदम है क्योंकि वैक्सीन की कमी की वजह से 18 से 45 वर्ष की आयु के बीच के लोगों का टीकाकरण खटाई में पड़ गया और फिलहाल 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा रही है.अदार पूनावाला ने वैक्सीन सप्लाई को लेकर अपने ऊपर बहुत दबाव और धमकियां मिलने का आरोप लगाया था. यद्यपि उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का केंद्र सरकार ने एलान किया था लेकिन फिर भी वे विदेश चले गए और वहां अपनी यूनिट डालने की तैयारी में हैं.

    पूनावाला का ऑक्सफोर्ड- एस्ट्राजेनेका के साथ अनुबंध था, वे केंद्र सरकार को 150 रुपए में एक वैक्सीन देते थे और उस रकम में से आधी अर्थात 75 रुपए रायल्टी के तौर पर ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका को देते थे. पूनावाला निजी क्षेत्र को यही वैक्सीन 300 रुपए में देते थे. उनका आरोप था कि उन पर वैक्सीन सप्लाई के लिए बड़े लोगों का ऐसा दबाव आ रहा था जिसका स्वर धमकी भरा था. पूनावाला के इंग्लैंड चले जाने के बाद वैक्सीन आपूर्ति प्रभावित न होने पाए, इसलिए अजीत पवार ने कोवैक्सीन बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक को पुणे में यूनिट खोलने के लिए व्यवस्था करवा दी है. उन्होंने कहा भी है कि कोरोनारोधी वैक्सीनेशन तेजी से पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार ने सारी तैयारी कर रखी है.