अब तक कितनी ही दुर्घटनाओं तथा यांत्रिक खराबी के मामलों से यह बात उजागर हो चुकी है कि सरकारी विमान और हेलीकॉप्टर भरोसे लायक नहीं हैं. या तो यह बहुत पुराने हो चुके हैं अथवा इनके पुर्जे व रखरखाव सही नहीं है. वीआईपी को ले जानेवाले विमान बिल्कुल दुरूस्त हालत में होने चाहिए ताकि वे बेखटके अपना हवाई सफर कर सकें और बीच में कोई विघ्न न आए. जरूरी होने पर भरोसेमंद नया विमान खरीदा जाना चाहिए.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डीसीएम देवेंद्र फड़णवीस के साथ एक माह में 2 बार ऐसे प्रसंग आए कि उन्हें विमान की खराबी की वजह से अपना दौरा रद्द करना पड़ा. ये दोनों नेता जलगांव जाने के लिए निकले तो विमान उड़ने के तुरंत बाद तकनीकी खराबी का पता चला. इसलिए विमान को वापस मुंबई लौटना पड़ा. इसके पहले 5 जनवरी को भी शिंदे और फड़णवीस के विमान में तकनीकी खराबी के कारण उन्हें औरंगाबाद दौरा रद्द करना पड़ा था.
यांत्रिक गड़बड़ी के अलावा चालक की लापरवाही या मौसम की खराबी से भी दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है. भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर क्रैश में मृत्यु हुई थी. जहां तक नेताओं के साथ हुए हादसों की बात है, 30 सितंबर 2001 को कांग्रेस के दिग्गज नेता व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की कानपर जाते समय विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. इनके बाद 3 मार्च 2002 को लोकसभा स्पीकर तथा टीडीपी नेता जीएमसी बालयोगी का हेलीकाप्टर धुंध की वजह से जमीन की बजाय तालाब में उतर पड़ा था. इसमें उनको जान गंवान पड़ी थी.
22 सितंबर 2004 को उतरने के कुछ मिनट पहले हेलीकॉप्टर क्रैश हो जाने से मेघालय के मंत्री एसआर संगमा सहित 10 लोगों की मौत हुई थी. 31 मार्च 2005 को हरियाणा के ऊर्जा मंत्री ओपी जिंदल तथा कृषि मंत्री सुरेंद्र सिंह की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. 2011 में अरुणाचल प्रदेश के सीएम दोरजी खांडू का सिंगल इंजिन वाला पवनहंस हेलीकॉप्टर लापता हो गया जिसका बाद में मलबा मिला. खांडू व अन्य 4 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी. कुछ ऐसे भी भाग्यशाली नेता थे जिनका विमान क्रैश हुआ लेकिन वे बच गए. नवंबर 1977 में मोरारजी देसाई का विशेष विमान असम में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. उनके साथ अरुणाचल के तत्कालीन सीएम पीके थुंगन थे.
चमत्कारिक रूप से इस हादसे में दोनों की जान बच गई. 2001 में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का हेलीकॉप्टर चुरू जिले में पेड़ से टकरा गया था. इसमें वे बाल बाल बच गए. 2004 में गुजरात में हुए विमान हादसे में केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चौहान, कुमारी शैलजा और कांग्रेस नेता अहमद पटेल की जान बच गई थी. 2006 में पंजाब के पएम अमरिंदर सिंह और मंत्री प्रतापसिंह बाजवा का हेलीकॉप्टर विद्युत लाइन से टकरा गया था. वे भी सकुशल बच गए थे.