एलर्जी है सनसनी खेज, जेल की रोटी से सिद्धू को परहेज

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    पड़ोसी ने हमसे कहा,‘‘निशानेबाज, नवजोतसिंह सिद्धू को जेल की रोटी से परहेज है. वे पटियाला जेल में स्पेशल डाइट की मांग कर रहे हैं जबकि कैदी को जो मिले वह खा लेना चाहिए और भजन गाना चाहिए- दाल-रोटी खाओ, प्रभु के गुण गाओ. अभिनेता संजय दत्त ने भी जेल में रहते समय ऐसे नखरे नहीं किए जैसा सिद्धू कर रहे हैं. कुछ लोग तो जेल की रोटी खाना एक टोटका समझते हैं और मानते हैं कि उसे मंगाकर खाने से उनके संकट टल जाएंगे.’’ 

    हमने कहा, ‘‘बेकार के अंधविश्वास की बात मत कीजिए. सिद्धू की परेशानी समझिए. इस कांग्रेस नेता का कहना है कि उन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है इसलिए वे गेहूं की रोटी नहीं खा सकते. उन्हें गेहूं की रोटी के अलावा शक्कर और मैदा से भी परहेज है. इसलिए ब्रेड, बिस्किट, पेस्ट्री, केक कुछ भी उन्हें हजम नहीं होगा.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘अजीब सी बात है कि सिद्धू को गेहूं नही चलता. पंजाब में गेहूं की रिकार्ड पैदावार होती है. भारत ने गेहूं का एक्सपोर्ट भी बंद कर दिया है. देश में शरबती, बोट, लोकवन जैसा अलग-अलग किस्म का गेहूं पैदा होता है. सिद्धू खाकर तो देखें. पंजाबी होने क नाते वे मक्के की रोटी और सरसों दा साग मांग सकते हैं.’’ 

    हमने कहा, ‘‘आपको चटर्जी, बनर्जी, मुखर्जी के बारे में पता है लेकिन शायद एलर्जी के बारे में कुछ नहीं जानते. एलर्जी 200 प्रकार की होती है. किसी के शरीर या सिस्टम का कोई चीज नुकसानदेह होती है. अमेरिका में रहने वाले लोगों को पीनट (मूंगफली) या पोलन (पौधों के पराग कण) से एलर्जी रहती है. इससे वे तुरंत गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं. पीनट एलर्जी वाले बच्चों के लिए एक इंजेक्शन घर में और एक स्कूल में तैयार रखना पड़ता है.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज यह बेकार के चोंचले हैं. देश में करोड़ों लोग जो मिलता है, वह खा लेते हैं, उन्हें कुछ नहीं होता.’’ हमने कहा,‘‘मेनका गांधी को दूध और उससे बने पदार्थों से एलर्जी है. ऐसे लोग धनवान होकर भी दूध, दही, घी का सेवन नहीं कर सकते. सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने कहा है कि सिद्धू सिर्फ ऐसे पदार्थ खा सकता है जिसमें फाइबर (रेशा) न हो. इस लिहाज से वह पपीता, अमरूद, क्रेनबेरी, स्ट्राबेरी, ब्लैकबेरी खा सकता है.’’