मरने की झूठी खबर से लोग अवाक, पूनम पांडे की नौटंकी शर्मनाक

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, सोशल मीडिया पर कोई भरोसा करे भी तो कैसे! वह झूठी खबर बड़ी तेजी से फैलाता है।  लोगों को आश्चर्य हुआ कि हाल ही में अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में गई मॉडल पूनम पांडे (Poonam Pandey) अचानक कैसे चल बसी! 30 साल की उम्र में कोई अचानक मर जाए तो बड़ा शॉकिंग लगता है।  पूनम के मैनेजर ने इंस्टाग्राम पर यह खबर फैलाई थी कि सर्वाइकल कैंसर की वजह से उसकी जान चली गई।  बाद में अपनी मौत की झूठी खबर प्रसारित कर चर्चा में आनेवाली पूनम जिंदा और सहीसलामत निकली। ’’ यह अत्यंत शर्मनाक और गैरजिम्मेदारी पूर्ण है कि कोई अपने मरने की असत्य खबर खुद ही फैला दे।  इस तरह सस्ती लोकप्रियता के लिए जनता को गुमराह करनेवाले पर मुकदमा चलाकर उसे दंडित किया जाना चाहिए। बॉलीवुड सितारे भी पूनम की ऐसी ओछी हरकत से नाराज हैं। 

हमने कहा, ‘‘मौत की झूठी खबर पहले भी दी जाती रही है।  महाभारत युद्ध के समय जब द्रोणाचार्य पांडव सेना का बुरी तरह संहार कर रहे थे तो उन्हें हताशा में डालकर युद्ध से अलग करने के लिए उनके पुत्र अश्वत्थामा के मरने की झूठी खबर फैलाई गई।  द्रोणाचार्य ने कहा कि यदि धर्मराज युधिष्ठिर इसकी पुष्टि करें तो मैं इसे सच मानूंगा।  इसके बाद भीम ने अश्वत्थामा नामक हाथी को अपनी गदा के प्रहार से मार गिराया।  द्रोणाचार्य के पूछने पर धर्मराज ने कहा- अश्वत्थामा हतो, नरोवा कुंजरोवा (अश्वत्थामा मारा गया, नर या हाथी) श्रीकृष्ण ने तभी शंख बजा दिया इसलिए द्रोणाचार्य आधी बात सुन नहीं पाए और दुखी होकर शस्त्र त्याग कर बैठ गए।  तभी पांडव सेनापति दृष्टद्युम्न ने तलवार से उनका सिर काट दिया। ’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, हम अश्वत्थामा की नहीं पूनम पांडे की मौत की फर्जी खबर की बात कर रहे हैं यदि इसका उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर से बचाव की वैक्सीन का प्रचार करना था तो मार्केटिंग का यह बहुत घटिया और गलत तरीका था। ’’

हमने कहा, ‘‘पूनम पांडे पहले भी सनसनी फैलाती रही है।  2011 के वर्ल्ड कप क्रिकेट के समय उसने कहा था कि यदि धोनी और उनकी टीम वर्ल्ड कप जीतती है तो वह अपने संपूर्ण वस्त्र उतार देगी।  बाद में उसने अपना वादा नहीं निभाया।  यह सब चर्चा या सुर्खियों में आने के फंडे हैं।  इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दें। ’’