Shamar Joseph Australia vs West Indies 2nd Test
शमर जोसेफ (PIC Credit: Social media)

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नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शमर जोसेफ (Shamar Joseph) ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया (Australia) को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया। ब्रिस्बेन टेस्ट में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया (AUS vs WI 2nd Test) को 8 रन से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। शमर जोसेफ ने इस मुकाबले में कमाल की गेंदबाजी करते हुए सात विकेट अपने नाम किए। हालांकि वह अपनी बल्लेबाजी के दौरान चोटिल (Shamar Joseph Injured) हो गए थे। एक दिन पहले स्टार्क की गेंद पर खेलते हुए उनके पैर का अंगूठे पर चोट लग गई थी। जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। 

दरअसल, जोसेफ को वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान मिचेल स्टार्क की यॉर्कर गेंद पैर के अंगूठे पर जा लगी। जिसकी वजह से वह चोटिल हो गए और उन्हें रिटायर हर्ट होना पड़ा। उसके बाद वह अस्पताल गए। हालांकि शमर जोसेफ ने दमदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को चौंका दिया और उनके टीम की हार के सबसे बड़े विलेन बने। 24 साल के खिलाड़ी ने गंभीर चोट के बावजूद रुकने से इनकार किया और चौथे दिन मैदान पर लौटकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। 

अपनी शानदार गेंदबाजी के बारे में शमर जोसेफ कहते हैं, “अपने साथियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद। मैं आज मैदान पर आने वाला भी नहीं था। लेकिन डॉक्टर ने मेरे पैर के अंगूठे में कुछ किया। मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या किया। लेकिन यह काम कर गया। उन्होंने मुझे आज सुबह फोन किया, मैं अपने बिस्तर पर था। मैंने उनसे कहा कि मैं ठीक नहीं हूं, मैं बहुत दर्द में हूं और उन्होंने मुझे मैदान पर आने के लिए कहा और उन्हें विश्वास था कि मैं यह कर सकता हूं।” 

जोसेफ ने आगे कहा, “यह सब विश्वास करने के बारे में था, यहां तक पहुंचने के लिए बहुत त्याग करना पड़ा।” जानकारी के लिए बता दें कि जोसेफ को प्लेयर ऑफ़ द मैच और प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का अवार्ड दिया गया है। शानदार गेंदबाजी के बदौलत उन्होंने अपनी टीम को बेहतरीन जीत दिलाई और अपनी जादुई गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया। 

बताते चलें कि टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज की ये ऐतिहासिक जीत है। वेस्टइंडीज ने 27 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर हराया है। मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट जीतने वाली पहली टीम बन गई है। वेस्टइंडीज 35 सालों में भारत के बाद गाबा में टेस्ट जीतने वाली दूसरी टीम बन गई।