Yuvraj Singh Friendship with MS Dhoni
युवराज सिंह और एमएस धोनी

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नई दिल्ली: भारत की मेजबानी के खेले जा रहे वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) के रोमांच के बीच ही टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने एक शो के दौरान अपने और टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) के बीच की दोस्ती को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनके अनुसार वह दोनों अच्छे दोस्त नहीं थे। 

धोनी मेरे आच्छे दोस्त नहीं 

धोनी और युवराज भारत के एक ऐसे खिलाड़ी हुआ करते थे, जिनके बदौलत टीम ने कई मुकाबलों में जीत दर्ज की है। वह दोनों टीम इंडिया के अहम खिलाड़ियों में से एक हुआ करते थे। दोनों ने एक साथ भारत को कई बड़ी ट्रॉफियां जिताने में मदद की है। ऐसे में शो में युवराज सिंह ने बताया कि टीम के पूर्व कप्तान धोनी कभी भी उनके खास दोस्त नहीं थे।

अलग है जीवनशैली 

शो में युवराज सिंह ने बताया कि, वे और एम एस धोनी दोनों टीम इंडिया के लिए खेलते थे, लेकिन वो दोनों कभी भी अच्छे दोस्त नहीं रहे। टीम में भले ही वे एक साथ रहे, लेकिन मैदान के बाहर की दुनिया में वह अच्छे दोस्त नहीं रहे, अलग-अलग जीवनशैली होने की वजह से वह कभी साथ नहीं रहे। युवराज कहते हैं, ‘जब वह और माही मैदान पर जाते थे, तो दोनों अपना 100 प्रतिशत से ज्यादा देते थे। उस समय वह टीम के कप्तान थे और मैं उपकप्तान। जब मैं टीम में आया तब मैं चार साल जूनियर था। जब आप कप्तान और उपकप्तान होते हैं तो आपके निर्णय में मतभेद भी होते हैं।’

निर्णय लेने में होते थे मतभेद  

वह आगे कहते हैं, ‘कभी-कभी धोनी जो भी निर्णय लेते थे मुझे वह पसंद नहीं आता था। कभी मैं जो निर्णय लेता था, वह उन्हें पसंद नहीं आता था। यह हर टीम में होता है। जब मैं अपने करियर के आखिरी दौर में था, तब मैंने उनसे सलाह मांगी थी। वह वही व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझे बताया कि चयन समिति फिलहाल आपके बारे में नहीं सोच रही है और यह 2019 वर्ल्ड कप के ठीक पहले की बात थी।’  

मैदान के बाहर रखते थे अहंकार 

युवराज सिंह कहते हैं कि, जरुरी नहीं की मैदान के बाहर भी खिलाड़ियों की दोस्ती अच्छी रहे। उन्होंने कहा, ‘मैदान के बाहर जरूरी नहीं कि आपके टीम के सदस्य आपके अच्छे दोस्त हो। सभी की अलग-अलग जीवनशैली होने की वजह से जरूरी नहीं कि आप टीम के हर एक खिलाड़ी के अच्छे दोस्त हों। किसी भी टीम की बात कर लें, सभी 11 खिलाड़ी एक साथ नहीं होते। ऐसे में जब आप मैदान में होते हैं तो आप अपने अहंकार को बाहर रखना होता है, तभी आप अपना योगदान देते हैं।’ 

ऐसा रहा करियर 

युवराज सिंह के करियर की बात करें तो टीम इंडिया के लिए उन्होंने 40 टेस्ट मुकाबलों में 33.92 की औसत से 1900 रन बनाए। जिसमें तीन शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। जबकि उन्होंने 304 वनडे खेलते हुए 14 शतक और 52 अर्धशतक की मदद से 8701 रन बनाए। वहीं टी20 में युवराज में आठ अर्धशतक की मदद से 58 मैचों में भारत के लिए 1177 रन बनाए हैं।