Slow overrate will lead to a fielder less outside 30-yard circle ICC introduces changes to T20I playing conditions

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    -विनय कुमार

    इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट के पुराने नियमों में संशोधन के साथ लागू करने का एलान कर दिया है। कोरोना के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर  गेंद को चमकाने के लिए लार (saliva) के इस्तेमाल पर जो प्रतिबंध अस्थायी तौर पर लगाया गया था, उसे पूर्ण तरीके से बैन कर दिया गया है। अब लार का इस्तेमाल हमेशा के लिए बंद। नए नियम 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होंगे।

    नए संशोधित नियम

    कैच आउट को लेकर नियम

    जब कोई बैटर कैच आउट होगा, तो नया बैटर स्ट्राइकर एंड पर ही आरंभ करेगा। आउट होने वाले बल्लेबाज का क्रीज बदलने, या नहीं बदलने से अब कोई मतलब नहीं रहेगा। अब तक ऐसा होता था कि अगर शोर खेलने वाला  बल्लेबाज कैच आउट होने से पहले स्ट्राइक चेंज करता है, तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर आता था।

    नए बल्लेबाज़ के लिए स्ट्राइक लेने का वक्त

    किसी बल्लेबाज़ के आउट होने के बाद जब नया बल्लेबाज़ स्ट्राइक पर आता है, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच और वनडे इंटरनेशनल मैचों में 2 मिनट के भीतर स्ट्राइक पर आना पड़ेगा। जबकि, T20 इंटरनेशनल में यह समय 90 सेकंड का होगा।

    इस नियम में काफी चर्चा के बाद ऐसा बदलाव किया गया है। पहले के नियम के मुताबिक, नए बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर स्ट्राइक पर आना होता था। अब नए नियम के मुताबिक अगर, बल्लेबाज़ निर्धारित समय सीमा के अंदर नहीं आता है, तो फील्डिंग टीम का कप्तान टाउम आउट की अपील कर सकता है।

    स्ट्राइकर बल्लेबाज़ के गेंद खेलने का अधिकार

    बल्लेबाज़ को गेंद खेलते समय बल्ले या बल्लेबाज़ को पिच के अंदर ही होना चाहिए। अगर, बल्लेबाज़ पिच से बाहर आकर खेलने को मजबूर होता है, तो ऐसे समय में अंपायर कॉल होगा कि वह उस गेंद को वह dead ball  करार दे। अगर गेंदबाज की तरफ से की गई कोई गेंद बल्लेबाज़ को पिच से बाहर आने पर मजबूर करती है, तो अंपायर इसे No Ball करार दे सकता है।

    फील्डिंग टीम द्वारा गलत व्यवहार किए जाने पर

    अगर कोई गेंदबाज अपनी गेंदबाजी के दौरान, यानी रनअप के दरम्यान, कुछ अनुचित व्यवहार करता है, या जान-बूझकर कुछ गलत हरकत करता है, तो ऐसे मामलों में मैच के अंपायर एक्शन ले सकते हैं। दण्ड के तौर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के खाते में 5 रन जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा, ऐसी गेंद को अंपायर dead ball भी करार दे सकते हैं।

    नॉन-स्ट्राइकर के run out 

    अगर कोई नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज़ बोलिंग कर रहे बोलर के गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, और अगर वह उस नॉन स्ट्राइकर एंड वाले बल्लेबाज को रनआउट करता है, तो इसे अब run out माना जाएगा।

    डिलीवरी से पहले स्ट्राइकर बल्लेबाज़ की तरफ गेंद फेंकने पर

    अगर कोई बोलर बोलिंग के लिए रनअप लेता है, और डिलीवरी स्ट्राइड में आने से पहले देखता है, कि गेंद का सामना करने वाला बल्लेबाज क्रीज से ज्यादा आगे आ गया है, और इस स्थिति में अगर वह गेंदबाज बल्लेबाज़ को आउट करने के इरादे से स्ट्राइक का सामना कर रहे बल्लेबाज़ की तरफ़ गेंद फेंकता है, तो इसे डेड बॉल माना जाएगा।

    इन-मैच पेनल्टी (In-Match Penalty) 

    इसी साल के जनवरी महीने में T20I में लागू किया गया ‘इन-मैच पेनल्टी सिस्टम’ (In-match Penalty System) अब ODI में भी 2023 में होने वाले ICC ODI World Cup Super League के समाप्त होने के बाद लागू हो जाएगा।

    गौरतलब है कि, जब कोई फील्डिंग कर रही टीम निर्धारित वक्त पर गेंदबाज़ी करते हुए ओवर खत्म नहीं करती है, तो मैच के डेथ ओवर्स में उस टीम को बाउंड्री पर एक फील्डर कम करने का दंड दिया जाता है। और, उस फील्डर को सर्कल के भीड़ लाया जाता है। इसे In- Match Penalty Rule कहते हैं।