विश्व कप में नाकामी के बाद राष्ट्रमंडल खेलों में हर हालत में पदक जीतना था: सलीमा टेटे

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    नई दिल्ली: भारतीय महिला हॉकी टीम की प्रतिभाशाली मिडफील्डर

    ने कहा है कि विश्व कप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में उनकी टीम का एकमात्र लक्ष्य पदक जीतना था। भारतीय महिला हॉकी टीम ने पेनल्टी शूटआउट में न्यूजीलैंड को 2.1 से हराकर कांस्य पदक जीता। स्पेन और नीदरलैंड में हुए विश्व कप में भारतीय टीम नौवें स्थान पर रही थी। 

    सलीमा ने ‘हॉकी ते चर्चा’ कार्यक्रम में कहा,‘‘एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद टीम का लक्ष्य स्पष्ट था। हमें बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छा प्रदर्शन करना ही था । कोई और विकल्प नहीं था।” उन्होंने कहा,‘‘हमें पता था कि भारत लौटने से पहले हमें पदक लेना है। कुछ तो करना ही था।”  

    बीस वर्ष की सलीमा ने कहा,‘‘भारत के लिये खेलने ने मेरी जिंदगी बदल दी। इसने मुझे सब कुछ दिया । मैं देश के लिये खेलते रहना चाहती हूं।” उन्होंने कहा कि बर्मिघम से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात काफी प्रेरक रही। उन्होंने कहा,‘‘मेरे जैसे किसी भी खिलाड़ी के लिये प्रधानमंत्री से मिलना बड़ी बात है। हमें इससे काफी प्रेरणा मिली जो आगे कड़ी मेहनत करने और अच्छे नतीजे लाने के लिये उत्साहवर्धन करेगी।” (एजेंसी)