हांगझोउ: भारत की पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल टीम ने गुरुवार को यहां एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता लेकिन व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने वाले सरबजोत सिंह और अर्जुन सिंह चीमा पदक जीतने में नाकाम रहे। सरबजोत, चीमा और शिव नरवाल ने बेहद करीबी मुकाबले में चीन की टीम को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया और भारत को निशानेबाजी में चौथा स्वर्ण पदक दिलाया। भारतीय निशानेबाज मौजूदा खेलों में अब तक चार स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य पदक जीत चुके हैं। भारतीय तिकड़ी ने क्वालीफिकेशन में कुल 1734 अंक जुटाए जो चीन की टीम से एक अधिक है।
चीन को रजत जबकि वियतनाम (1730) को कांस्य पदक मिला। सरबजोत ने क्वालीफिकेशन में 580, चीमा ने 578 और नरवाल ने 576 अंक बनाए। सरबजोत और चीमा ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में भी जगह बनाई लेकिन क्रमश: चौथे और आठवें स्थान पर रहे। वियतनाम के फेम कुआंग हुई ने 240.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया के ली वोनहो (239.4) ने रजत पदक हासिल किया। उज्बेकिस्तान के व्लादिमिर स्वेचनिकोव (219.9) को कांस्य पदक मिला।
Asian Games | Men’s 10m Air Pistol team – Sarabjot Singh, Shiva Narwal, and Arjun Singh Cheema – clinches gold medal pic.twitter.com/Khkyntg4ZO
— ANI (@ANI) September 28, 2023
सरबजोत 199 अंक के साथ चौथे स्थान पर रहे। चीमा आठवें और अंतिम स्थान पर रहे। वह फाइनल में सबसे पहले बाहर होने वाले निशानेबाज रहे। स्कीट मिश्रित टीम स्पर्धा में अनंत जीत सिंह नरुका और गनीमत सेखों की जोड़ी क्वालीफिकेशन में आठ टीम में सातवें स्थान पर रहते हुए पदक की दौड़ से बाहर हो गई। पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले अनंत ने 71 जबकि गनीमत ने 67 अंक जुटाए। भारतीय टीम का कुल स्कोर 138 रहा। इस स्पर्धा में शीर्ष छह टीम ने फाइनल में जगह बनाई। शनिवार को अपना 22वां जन्मदिन मनाने जा रहे सरबजोत ने टीम स्वर्ण पदक के रूप में स्वयं को तोहफा दिया।
निशानेबाजी की टीम स्पर्धा में यह भारत का तीसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले 10 मीटर एयर राइफल और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत टीम स्वर्ण पदक जीत चुका है। इसी साल भोपाल में आईएसएसएफ विश्व कप में सीनियर स्तर पर अपना पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले 22 साल के सरबजोत ने क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहते हुए व्यक्तिगत फाइनल में जगह बनाई। चीमा भी आठवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में पहुंचे।
क्वालीफिकेशन में सरबजोत की सीरीज 97, 96, 97, 97, 96 और 95 की रही जबकि चीमा ने 97, 96, 97, 97, 96 और 95 की सीरीज बनाई। क्वालीफिकेशन में 14वें स्थान पर रहे नरवाल की सीरीज 92, 96, 97, 99, 97 और 95 रही। फाइनल में हालांकि सरबजोत उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। वह फाइनल में तीसरे और चौथे शॉट में 9.8 और 9.4 अंक ही जुटा पाए। इसके अलावा वह सातवें शॉट पर 8.9 अंक की हासिल कर पाए जिसके बाद वह वापसी करने में नाकाम रहे।
चीमा ने कहा कि टीम पदक एक साथ कड़ी ट्रेनिंग का नतीजा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह शानदार रहा। हमारे बीच काफी अच्छी टीम भावना है। अच्छे रिश्ते, अच्छी टीम।” चीमा ने कहा, ‘‘वे (सरबजोत और नरवाल) काफी अच्छा खेले। हमने एक साथ काफी समय बिताया है। हमने एक साथ राष्ट्रीय शिविर, राष्ट्रीय ट्रेनिंग सत्र में हिस्सा लिया। यहां तक कि हम पूरे साल साथ रहे। हम दोस्त, परिवार… सब कुछ हैं। हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं। हमने एक साथ काफी समय बिताया है।”