
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी (Akhilesh Pati Tripathi) पार्षद चुनाव का टिकट दिलवाने के बदले कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में गुरूवार को दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार रोधी शाखा (ACB) के समक्ष पेश हुए। ACB ने नगर निकाय चुनाव में ‘आप’ के एक कार्यकर्ता की पत्नी के लिए टिकट की व्यवस्था कराने के लिए कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में मंगलवार को त्रिपाठी के साले और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।
ACB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि त्रिपाठी से गुरुवार सुबह भ्रष्टाचार रोधी शाखा के समक्ष पेश होने को कहा गया था और उनसे पूछताछ जारी है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया था कि रिश्वत का यह कथित मामला सोमवार को उस समय प्रकाश में आया, जब गोपाल खारी नाम का एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर एसीबी के पास पहुंचा। खारी ने दावा किया कि वह साल 2014 से ‘आप’ से एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जुड़ा हुआ है। एसीबी ने बताया था कि खारी ने पिछले बुधवार को मॉडल टाउन के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से मुलाकात कर अपनी पत्नी को कमला नगर के वार्ड नंबर 69 से पार्षद चुनाव के लिए ‘आप’ का टिकट दिलाने का अनुरोध किया था।
Cash for seat case | AAP MLA Akhilesh Pati Tripathi arrives at ACB office in Delhi.
He says, "That person (Gopal Khari) himself is involved as a middleman and has at least 50 cases against him. I don't see it necessary to speak against such people. Law will take its course." pic.twitter.com/OLVVan1yc9
— ANI (@ANI) November 17, 2022
एसीबी के मुताबिक, त्रिपाठी ने टिकट के बदले कथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद खारी ने उन्हें 35 लाख रुपये का भुगतान किया था। शिकायत के अनुसार, त्रिपाठी के कहने पर खारी ने ‘आप’ विधायक राजेश गुप्ता को भी 20 लाख रुपये दिए थे। इसमें दावा किया गया है कि खारी ने त्रिपाठी से कहा था कि वह बाकी राशि का भुगतान टिकट मिलने के बाद करेगा। एसीबी के मुताबिक, हालांकि ‘आप’ द्वारा रविवार को जारी उम्मीदवारों की सूची में खारी को अपनी पत्नी का नाम नहीं दिखा।
शिकायत के अनुसार, बाद में त्रिपाठी के साले ओम सिंह ने खारी से संपर्क किया और भरोसा दिलाया कि उन्हें अगले चुनाव में टिकट दिया जाएगा। शिकायत के मुताबिक, सिंह ने खारी को रिश्वत की रकम लौटाने की पेशकश भी की। एसीबी के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को उसने खारी के घर पर जाल बिछाकर सिंह और उसके सहयोगियों-शिव शंकर पांडे तथा प्रिंस रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया, जो खारी को त्रिपाठी द्वारा लिए गए 33 लाख रुपये लौटाने पहुंचे थे।
एसीबी ने बताया कि सिंह, पांडे और रघुवंशी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) के विभिन्न प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया। एसीबी के मुताबिक, पांडे ‘आप’ विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का साला है। एसीबी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने रिश्वत की राशि के भुगतान और वापसी के दौरान हुई कथित बातचीत की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी पेश की है। भ्रष्टाचार निरोधी शाखा ने कहा कि पूरे मामले का पता लगाने और सबूत इकट्ठा करने के लिए जांच की जा रही है। (एजेंसी)