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नयी दिल्ली. दिल्ली में मंगलवार शाम 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चली और बारिश हुई, जिससे बचने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आए और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि एक और पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिन में दिल्ली सहित उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों में आंधी आने और बारिश होने का अनुमान है। विभाग ने कहा कि पांच जून तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहने का अनुमान है।

दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 35.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में मध्यम से तीव्र मेघ गर्जना के साथ आंधी आई और 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। पूरे शहर में तेज हवाओं और बारिश के कारण कई पैदल यात्री इधर-उधर दौड़ते दिखाई दिए जबकि वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।

मौसम कार्यालय ने बुधवार के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है और बारिश के कारण यातायात बाधित होने तथा निचले इलाकों में पानी भर जाने की चेतावनी दी है। कार्यालय ने बुधवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है। दिल्ली में सबसे गर्म महीने मई में औसत अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस रहता है। इस बार इस महीने में तापमान सामान्य से नीचे रहा और अधिक बारिश हुई।

मौसम विज्ञानियों ने सामान्य से अधिक पश्चिमी विक्षोभ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिमी विक्षोभ एक मौसम प्रणाली है, जो भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है और इसके कारण मानसून से पहले के मौसम यानी मार्च से मई के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश होती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, “आमतौर पर, अप्रैल और मई में उत्तरी मैदानी इलाकों में पांच से छह पश्चिमी विक्षोभ दर्ज किए जाते हैं। हमने इस बार 10 पश्चिमी विक्षोभ देखे हैं, जिनमें से ज्यादातर मजबूत थे।” मई में दिल्ली में केवल नौ दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। इनमें से दो दिन कुछ हिस्सों में लू जैसी स्थिति बनी।

आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, सफदरजंग वेधशाला ने मई में अब तक 86.7 मिमी बारिश दर्ज की है। मई महीने में राष्ट्रीय राजधानी में औसतन 19.7 मिमी बारिश होती है। शहर में अप्रैल में 20 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जो 2017 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक है।

अप्रैल में कुछ इलाकों में लू की स्थिति देखी गई थी। कुल मिलाकर, इस साल मानसून से पहले दिल्ली में 158 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस अवधि के दौरान औसतन सामान्य 62.6 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार 161.2 मिमी बारिश हुई है। (एजेंसी)