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    अहमदाबाद: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को कहा कि दक्षिण गुजरात के ऊपर एक निम्न वायु दाब क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। साथ ही, विभाग ने मछुआरों को राज्य के तट से लगे अरब सागर में नहीं उतरने की चेतावनी दी है और दो अक्टूबर तक मछली पकड़ने की सभी गतिविधियां स्थगित रखने का सुझाव दिया है।   

    आईएमडी ने समुद्र में मछली पकड़ने गये मछुआरों को बुधवार शाम तक तट पर लौटने को भी कहा है। विभाग ने दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों और सौराष्ट्र क्षेत्र में बुधवार को भारी बारिश होने और अगले दोनों में राज्य में व्यापक स्तर पर बौछार पड़ने का पूर्वानुमान किया है।

    आईएमडी ने अपने एक ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि सौराष्ट्र के अमरेली, भावनगर, राजकोट जिलों में तथा आणंद, भरूच और अन्य में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।   विभाग ने दोपहर में जारी एक विशेष बुलेटिन में कहा कि चक्रवाती तूफान गुलाब के कारण दक्षिण गुजरात तथा इससे लगी खंभात की खाड़ी के ऊपर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे निम्न वायु दाब का क्षेत्र बना है।

    विभाग ने कहा ‘‘इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने, उत्तर-पूर्वी अरब सागर में उभरने और बृहस्पतिवार तक अवदाब में तब्दील होने की प्रबल संभावना है। इसके बाद इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर और बढ़ने तथा बाद के 24 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। इसके बाद, इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान-मकरान तट की ओर बढ़ने व भारतीय तट से दूर जाने की संभावना है।”

    विभाग ने मछुआरों को गुजरात तट से लगे उत्तरी अरब सागर में बुधवार से शनिवार तक नहीं उतरने की चेतावनी दी है। साथ ही, इस अवधि के दौरान मछली पकड़ने की सभी गतिविधियां स्थगित रखने का सुझाव दिया है। राज्य आपदा कार्रवाई केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को सुबह छह बजे से छह घंटों की अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात के भरूच और नवसारी जिलों में तथा सौराष्ट्र के अमरेली और भावनगर जिलों में भारी बारिश हुई है। भरूच तालुका में 95 मिमी बारिश दर्ज की गई।