BORRIS
Pic : ANI

    Loading

    नई दिल्ली/अहमदाबाद. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार अब से कुछ देर पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने 2 दिवसीय दौरे पर गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गए है। इसके साथ ही अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि, वह ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद एक मुक्त व्यापार सौदे के बदले में भारत को और भी जरुरी वीजा देने के लिए तैयार हैं।

    गौरतलब है कि जॉनसन अपनी लंबे समय से लंबित इस यात्रा की शुरुआत अहमदाबाद से ही की है।जहां वे दोनों देशों के बीच फलते-फूलते वाणिज्यिक, व्यापार और लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा करने के लिए व्यापारिक नेताओं से एक मुलाकात करेंगे।

    इसके बाद वे शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए नई दिल्ली रवाना होंगे। साथ ही जॉनसन ने यह संकेत भी दे दिया कि वह उन मुद्दों पर अधिक मिलनसार होने के लिए तैयार हैं, जो भारत के साथ ब्रेक्सिट के बाद के सौदे को रोक सकते हैं।

    ऐसा है यात्रा का पूर्ण कार्यक्रम:

    • जॉनसन आज प्रमुख व्यापारिक समूह के नेताओं से मिलकर व्यापार और लोगों के संबंधों पर चर्चा करेंगे।
    • बता दें कि यह पहली बार होगा जब ब्रिटेन का कोई प्रधानमंत्री गुजरात का दौरा करेगा।
    • इसके बाद शुक्रवार वे नई दिल्ली पहुचेंगे जहाँ जॉनसन राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक स्वागत समारोह में शामिल होंगे और बाद में महात्मा गांधी की समाधि पर अपनी पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
    • वे नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे, जहां वे यूके और भारत की रणनीतिक रक्षा, राजनयिक और आर्थिक साझेदारी पर गहन बातचीत करेंगे।
    • ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी बातचीत करेंगे। इसके बाद दोपहर एक बजे दोनों पक्ष हैदराबाद हाउस में प्रेस बयान भी देंगे।
    • पता हो कि इस उच्च स्तरीय महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान, जॉनसन इस साल की शुरुआत में शुरू की गई मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता पर भी गहन चर्चा करेंगे।

    गौरतलब है कि जॉनसन को बीते 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था, लेकिन तब ब्रिटेन में कोरोना के बढ़ते मामलों और महामारी के संक्रामक होने के चलते उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। तभी से ही उनकी यह भारत यात्रा बहुत ज्यादा संभावित मानी जा रही थी। इस वक्त उनकी हो रही इस भारत यात्रा को रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।