नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) और अन्य वरिष्ठ नेता राजधानी दिल्ली (Delhi) में पार्टी की राष्ट्रीय महिला एवं युवा इकाई की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में महाराष्ट्र की अध्यक्ष सुप्रिया सुले (Supriya Sule) भी शामिल हुई थीं। वहीं, इस बैठक में महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) नजर नहीं आए। अजित पवार के गैरमौजूदगी के कारन पार्टी में फुट पड़ने के लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं।
अब इसे लेकर एनसीपी नेता प्रफुल पटेल ने सफाई दी है। उन्होंने कहा “अजित पवार साहेब के मीटिंग में रहने का सवाल ही नहीं है क्योंकि वह राष्ट्रीय पदाधिकारी भी नहीं हैं। वह तो प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्हें निमंत्रण भी नहीं दिया गया था। जिनको बुलाया थाा सभी आए थे। निश्चित रूप से पार्टी में सब एक साथ काम कर रहे हैं।”
#WATCH | Delhi: On reports on Ajit Pawar's absence from the meeting, NCP working president Praful Patel clarifies, "This is just a meeting on the Women & Youth wings of the party…" pic.twitter.com/HspImWtQGd
— ANI (@ANI) June 28, 2023
अजित पवार ने क्या कहा था?
उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए एनसीपी के 24वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में अजित पवार ने पार्टी नेतृत्व से अपील की थी कि उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए और उन्हें पार्टी के संगठन में कोई भूमिका दी जाए। हालांकि, बाद में शरद पवार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ऐसे फैसले एक व्यक्ति द्वारा नहीं लिए जाते। इस मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेता बैठेंगे और फिर निर्णय लेंगे।
शरद पवार ने दी बैठक की जानकारी
एनसीपी प्रमुख ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद शरद पवार ने ट्वीट के जरिए इस बात की जानकारी दी। पार्टी प्रमुख ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आज नई दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी और महिला, युवा, विद्यार्थी आदि फ्रंटल सेल की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में अपने संगठन को मजबूत बनाने के लिए सारे फ्रंटल के पदाधिकारियों के साथ महत्त्वपूर्ण चर्चा की गई। इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले, जनरल सेक्रेटरी जितेंद्र आव्हाड और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।’