अकोला. अकोट तहसील में सतपुड़ा की गोद में श्री क्षेत्र धारगढ़ घने जंगल में स्थित है. जहां मेलघाट अभयारण्य की एक गुफा में एक शिवलिंग है. यहां श्रावण माह के तीसरे सोमवार को बड़ी यात्रा होती है. अब इस के साथ ही शिव भक्तों को महाशिवरात्रि पर भी भगवान महादेव के दर्शन का लाभ मिल सकेगा.
वन विभाग के नियम व शर्तों का पालन करते हुए यह छूट दी गयी है. जिससे मंदिर 18 फरवरी को शिव भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा. शिव भक्त दर्शन का लाभ लेने के लिए वन विभाग के नियम व शर्तों का पूरी तरह से पालन करें, यह आवाहन धारगड सेवा समिति अकोट तथा विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल अकोट प्रखंड की ओर से धारगड सेवा समिति के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, भरत पेठे, विहिंप के विजय चंदन, राजू ढोले, सुहास वाघ, बालासाहब नाठे ने किया है.
इस तरह रहेगी व्यवस्था
18 फरवरी को सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक शिवभक्तों को खटकली गेट से प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही शाम 5 बजे तक मंदिर परिसर से बाहर निकलना होगा. धारगढ़ टी प्वाइंट पर मोटरसाइकिल व कार पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इसके लिए आपको नियमानुसार शुल्क देना होगा. शिव भक्तों से आकोट वन्य जीव विभाग की ओर से निर्धारित नियम व शर्तों का पालन करने की अपील की गई है.
भक्तों में उत्साह
श्रावण माह और महाशिवरात्रि कुछ ऐसे क्षण हैं जहां शिव भक्तों को धारगढ़ के महादेव के दर्शन का अवसर मिलता है. यह स्थान प्रतिबंधित वन क्षेत्र में आने से अन्य दिनों में बंद रखा जाता है. इसलिए शिव भक्तों में इस स्थान के प्रति दर्शन का आकर्षण बना रहता है. इसलिए आगामी शनिवार को शाम तक दर्शन होने से अकोट तहसील सहित आसपास के इलाकों में शिवभक्तों में भारी उत्साह रहेगा.