Hunger strike

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अकोला. संत तुकाराम चौक से मलकापुर रोड तक तीन दिवसीय भूख हड़ताल के चौथे दिन गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने सुंदरकांड, भजन और सर मुंडवाकर सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भूख हड़ताल करने वालों की हालत बिगड़ गई है और डॉक्टरों ने उन्हें दवाएं लेने की सलाह दी है.

संत तुकाराम चौक से मलकापुर सड़क पिछले सात वर्षों से दयनीय स्थिति में है, जिससे लोगों को असुविधा होती है और कई दुर्घटनाएं हो रही हैं. क्षेत्र के निवासी इस गड्ढेदार सड़क से परेशान हो चुके हैं. इसे देखते हुए निर्भय बनो जनआंदोलन व पार्षद मंगेश काले मित्र मंडल की ओर से सरकार, जनप्रतिनिधि और प्रशासन को सड़क दुरूस्ती की मांग को लेकर कई बार निवेदन दिए गए हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है.

बेमियादी श्रृंखला अनशन

इसे देखते हुए 29 जनवरी से बेमियादी श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया गया है. इस बीच भूख हड़ताल के चौथे दिन गुरूवार को प्रदर्शनकारियों की ओर से सुंदरकांड, भजन और सिर मुंडवाकर सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करने का प्रयास किया गया. इसमें मंगेश काले, गजानन हरणे, प्रमोद धर्माले, अविनाश मोरे, सुभेदार खंडारे, केदार खरे, नीलेश कालंके, सतीश मदनकार, संतोष रंगे, जनार्दन राउत, विलास शिंदे आदि सहित लगभग 11 लोगों ने मुंडन किया. इस बीच भूख हड़ताल करने वालों की जांच करने के बाद, डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत बिगड़ गई है. डाक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है.