छत्रपति संभाजीनगर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने रविवार को जालना जिले के अंतरवाली सारथी गांव में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) कार्यकर्ता मनोज जरांगे (Manoj Jarange) से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि यह मुलाकात समुदाय से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए थी। चव्हाण शनिवार देर रात जरांगे से मिलने पहुंचे रात एक बजे तक उनकी बातचीत होती रही। उन्होंने कहा कि बातचीत का लोकसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं उनसे (जरांगे) पहले तब मिला था जब मैं उद्धव ठाकरे के साथ आया था (तब चव्हाण कांग्रेस के साथ थे)। हमने समुदाय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। उनकी मांगें हैं जिसका समाधान समन्वय से होगा। मुझे नहीं पता कि आदर्श आचार संहिता के कारण प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी या नहीं।”
बैठक के बाद पत्रकारों से जरांगे ने कहा कि “उन्होंने चव्हाण से पूछा था कि क्या वह सरकारी प्रतिनिधि या समुदाय के सदस्य के रूप में आए हैं। उन्होंने कहा कि वह एक समुदाय के सदस्य के रूप में आए थे। मैंने उन्हें ‘ऋषि सोयारे’ की मांग के बारे में बताया।”
‘ऋषि सोयारे’ परिवार के रिश्तेदारों के लिए मराठी शब्द है। जरांगे ने विवाह के जरिये मराठा परिवार से जुड़े लोगों को भी आरक्षण का लाभ देने की मांग की है। जरांगे ने दावा किया, “आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज होने की संख्या वापस लेने के बजाय बढ़ गई है। मैंने उनसे(चव्हाण) कहा कि राज्य के गृह मंत्री समुदाय को बेवकूफ बना रहे हैं।”
जरांगे ने कहा कि 24 मार्च को मराठा समुदाय की बैठक होगी और इसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बीड में पुलिस ने कथित भड़काऊ भाषण देने के मामले में शनिवार को जरांगे के खिलाफ नौवां आपराधिक मामला दर्ज किया। (एजेंसी)