Amrit-2 scheme

Loading

छत्रपति संभाजीनगर: शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए  केन्द्र और राज्य सरकार (Central and State Government)की मदद से हाथ में ली गई है। 2,700 करोड़ रुपए की नई पेयजल योजना ( New Drinking Water Scheme) का काम जारी है। इस योजना को  केन्द्र सरकार के अमृत-2 योजना में शामिल किया गया है। इस योजना के लिए केन्द्र सरकार ने 289 करोड़ रुपए की निधि छत्रपति संभाजीनगर महानगरपालिका (Chhatrapati Sambhajinagar Municipal Corporation) को 10 मार्च को दिया था। इस योजना का काम महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा जारी है। जिसके चलते महानगरपालिका ने केन्द्र सरकार (Central Government) से निधि प्राप्त होते ही जीवन प्राधिकरण को यह रकम ट्रान्सफर की है। यह जानकारी महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. अभिजीत चौधरी ने पत्रकारों को दी।

उन्होंने बताया कि नए पेयजल योजना में महानगरपालिका को अपने हिस्से के 828 करोड़ रुपए देने है, परंतु बीते कुछ सालों से महानगरपालिका की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। ऐसे में महानगरपालिका प्रशासन ने राज्य सरकार से तीन बार पत्र लिखकर यह रकम राज्य सरकार द्वारा देने की विनंती की है। इस पर राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। हाल ही में महानगरपालिका प्रशासन ने फिर एक बार महानगरपालिका के हिस्से के लिए नए से प्रस्ताव राज्य सरकार को  दिया है। उसके अनुसार, राज्य सरकार स्तर पर विचार जारी होने की जानकारी कमिश्नर चौधरी ने दी है। 

योजना पर 2,740 करोड़ 75 लाख रुपए खर्च होंगे

गौरतलब है कि शहर की नई पेयजल योजना को केन्द्र सरकार के अमृत-2 योजना में शामिल किया गया है। पेयजल आपूर्ति योजना पर कुल 2,740 करोड़ 75 लाख रुपए खर्च होंगे। उसमें से 685 करोड़ 19 लाख रुपए केन्द्र सरकार से मिलेंगे। उसमें 289 करोड़ रुपए का प्रथम हिस्सा महानगरपालिका प्रशासन को 10 मार्च को प्राप्त हुआ था। योजना का काम महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा जारी होने से महानगरपालिका ने केन्द्र सरकार से मिली राशि जीवन प्राधिकरण को ट्रान्सफर की है।

महानगरपालिका कमिश्नर ने दी ये भी जानकारी

कमिश्नर ने कहा कि पेयजल योजना के लिए अब तक इससे पूर्व हाथ में ली गई समानांतर पेयजल आपूर्ति योजना के लिए निधि मंजूर किया गया था। समानांतर पेयजल आपूर्ति योजना के लिए केन्द्र सरकार से मिला निधि और सालों से वह रकम बैंक में जमा होने के चलते उस पर मिला ब्याज से वह राशि 335 करोड़ रुपए पर पहुंची है। उसमें से 256 करोड़ की राशि अब तक महानगरपालिका ने नई पेयजल योजना के लिए जीवन प्राधिकरण को ट्रान्सफर की है।