औरंगाबाद (महाराष्ट्र). रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध प्रभावित यूक्रेन से भारतीय छात्रों को सुरक्षित रूप से निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन और (यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर) जेलेंस्की से बात की। उन्होंने जरूरत पड़ने पर (अमेरिकी राष्ट्रपति जो) बाइडन से भी बात की। युद्ध संक्षिप्त अवधि के लिए रुका जिससे यूक्रेन में फंसे 22,000 से ज्यादा भारतीय छात्र स्वदेश लौट सके। इन छात्रों के माता-पिता प्रधानमंत्री मोदी से निकासी का अनुरोध कर रहे थे।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने यहां वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे गर्व है कि प्रधानमंत्री मोदी ने वह किया, जो कोई और देश नहीं कर सका।”
#WATCH | “Whether it was Haldighati or Galwan valley, India will never bow down,” says Union Minister Rajnath Singh at Veer Shiromani Maharana Pratap Mahasammelan in Sambhaji Nagar, Maharashtra pic.twitter.com/2pMUuZq3Ur
— ANI (@ANI) May 14, 2023
सिंह ने महाराणा प्रताप के साहस और बलिदान तथा हल्दीघाटी के युद्ध का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “महाराणा प्रताप ने घास से बनी रोटियां खाईं, लेकिन आत्मसम्मान के साथ कभी समझौता नहीं किया।”
उन्होंने कहा, “यदि आप उनके समर्पण को समझते हैं, तो आप उनके समय को मुगल काल नहीं, महाराणा काल कहेंगे। महाराणा प्रताप (शासक) अकबर के सामने कभी नहीं झुके और अपने मेवाड़ को लगभग अजेय रखा।”
मंत्री ने कहा, “चाहे वह हल्दीघाटी हो या गलवान घाटी, भारत का सिर हमेशा ऊंचा रहा है और आगे भी रहेगा।” उन्होंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान, भारत से हथियारों का निर्यात बढ़कर अब 16,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जो 2014 में 900 करोड़ रुपये था। सिंह ने कहा, ‘‘देश को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देने के लिए हमें मोदी का शुक्रिया अदा करना चाहिए।” (एजेंसी)