बीजेपी ने स्वाभिमान सभा को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उड़ाई खिल्ली

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    औरंगाबाद : एक तरफ शहर वासी पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply) की समस्या से ग्रस्त है। वहीं, दूसरी तरफ शिवसेना (Shiv Sena) की ओर से 8 जून को शहर में आयोजित मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) की स्वाभिमान सभा (Swabhiman Sabha) की स्थानीय बीजेपी (BJP) पदाधिकारियों ने खिल्ली उड़ाते हुए कई सवाल दागे। बीजेपी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर, विधायक अतुल सावे ने सभा को लेकर कई प्रशन उपस्थित करते हुए शिवसेना को घेरा। 

    महानगरपालिका का प्रशासकीय कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका : संजय केणेकर

    शहर अध्यक्ष संजय केणेकर ने बताया कि, शहर में निर्माण पेयजल समस्या को लेकर हाल ही में बीजेपी द्वारा निकाले गए मोर्च में शहर के हजारों नागरिकों ने अपना रोष जताया है। दूसरी तरफ राज्य सरकार के निर्देश पर महानगरपालिका प्रशासन ने पेयजल कर 50 प्रतिशत माफी का लालच करने की घोषणा कर नागरिकों के गुस्से को कम करने का प्रयास किया। परंतु,आज तक पेयजल कर 50 प्रतिशत कटौती करने महानगरपालिका प्रशासन न काम रहा। शहर अध्यक्ष केणेकर ने आरोप लगाया कि महानगरपालिका का प्रशासकीय कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। उसके माध्यम से महत्वपूर्ण वस्तुओं की व्यवस्था प्रणाली पूरी तरह चरमरा गयी है। उसे खड़ा करने का स्वाभिमान क्या सीएम ठाकरे दिखायेंगे?. 

    कंपनी द्वारा योजना का काम कछुआ के गति से जारी है

    पेयजल वितरण प्रणाली में तत्काल सुधारना कर नागरिकों को कम से कम दो दिन गैप देकर साफ पानी देने का स्वाभिमान दिखायेंगे?। शहरवासियों को पानी देने में असफल होने के कारण 50 प्रतिशत पेयजल कर माफी करने की झूठी मलमपट्टी करने की आशा नागरिकों में निर्माण की। क्या 50 प्रतिशत कर सचमूच माफ होगा, इसकी तारीख  निश्चित करने का स्वाभिमान दिखा पाएंगे? मुख्यमंत्री ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गरवारे स्टेडिय़म में नारियल फोड़कर जलकुंभ उदघाटन कार्यक्रम लिया था। उस समय मुझे ज्ञापन देने से रोककर दिन भर गिरफ्तार कर रखा गया था। उसके आगे नयी पेयजल योजना का काम कहां तक हो पाया, उसका स्वाभिमान सरकार दिखा पाएंगी?। जिस पाइप निर्माता कंपनी को नई पेयजल योजना का काम दिया गया, उस कंपनी द्वारा योजना का काम कछुआ के गति से जारी है। उससे यह साफ है कि और 5 साल नई योजना का काम पूरा होना असंभव है। उस पाइप बनाने वाली कंपनी को गति देकर जल्द से जल्द नागरिकों को पेयजल मिलेगा ऐसा स्वाभिमान आप टिकाएं रखेंगे?। यह सवाल भी शहर अध्यक्ष संजय केणेकर ने उपस्थित कर आरोप लगाया कि नई पेयजल योजना के लिए दोनों बजट में एक रुपये का प्रावधान भी नहीं किया गया। 

    औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने पर भी सवाल उठाए 

    उन्होंने साफ कहा कि सरकार लगातार झूठ बोल रही है। नई पेयजल योजना को लेकर लोगों को मूर्ख न बनाते हुए अपना स्वाभिमान बनाए रखेंगे? यह सवाल भी बीजेपी पदाधिकारियों ने उपस्थित किया। बीजेपी पदाधिकारियों ने शहर की पेयजल के अलावा गुंठेवारी को लेकर आ रही समस्याएं, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने पर भी सवाल उठाए गए। शहर में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर भी बीजेपी ने कई सवाल उपस्थित कर उद्धव ठाकरे की स्वाभिमान सभा को लेकर शिवसेना को घेरा।