चंद्रकांत खैरे ने खोला पुराना राज, कहा- फडणवीस सरकार से खफा एकनाथ शिंदे 15 विधायकों के साथ कांग्रेस में प्रवेश करने वाले थे

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    औरंगाबाद : राज्य में जब बीजेपी – शिवसेना युति (BJP-Shiv Sena Alliance) की फडणवीस सरकार (Fadnavis Govt.) कार्यरत थी, तब उस सरकार से परेशान होकर वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) अपने करीबी 15 विधायकों के साथ कांग्रेस में प्रवेश करने का निश्चय कर चुके थे। यह बात मुझे खुद शिंदे गुट के औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ (MLA Sanjay Sirsath) ने बताई थी। यह राज शिवसेना के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत खैरे (Chandrakant Khaire) ने इन दिनों असली शिवसेना और शिंदे गुट की शिवसेना के बीच जारी उठापठक के बीच खोला है। राज्य के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के बाद शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे द्वारा खोले गए राज से राज्य के राजनीति में हड़कंप मचा है। 

    बता दे कि राज्य के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया था कि राज्य के वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे जब राज्य में बीजेपी – शिवसेना युति की फडणवीस सरकार कार्यरत थी। तब उस सरकार से परेशान हुए एकनाथ शिंदे ने शिवसेना का दामन छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने का निर्णय लिया था। बल्कि, कांग्रेस में प्रवेश को लेकर एकनाथ शिंदे ने मुझसे मुलाकात भी की थी। तब राज्य के मुखिया पृथ्वीराज चव्हाण थे। जब शिंदे ने कांग्रेंस को प्रवेश को लेकर मुझसे चर्चा की थी, तब मैंने उन्हें कांग्रेस प्रवेश को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार से भी पहले चर्चा करने को कहा था।  चव्हाण ने बताया था कि कांग्रेस में प्रवेश के लिए एकनाथ शिंदे तत्कालीन सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के पास चक्कर कांट रहे थे। 

    चव्हाण के बयान को जायज ठहराया खैरे ने 

    चव्हाण के बयान के दूसरे ही दिन शिवसेना के वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे ने अशोक चव्हाण के दिए बयान को सहीं ठहराते हुए राजनीति में भूचाल लाने वाला राज खोलते हुए बताया कि करीब चार वर्ष पूर्व एकनाथ शिंदे कांग्रेस में जाने का मन बना चुके थे। यह बात उनके ही गुट के विधायक संजय सिरसाठ ने मुझे बतायी थी। चन्द्रकांत खैरे ने सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा कांग्रेस पर किए जा रहे आरोपों पर उनका राज खोलते हुए कहा कि आज आप कांग्रेस को निशाना बना रहे है। चार साल पूर्व आप कट्टर शिवसैनिक होने के बावजूद कांग्रेस में जाने का मन क्यों बना रहे थे?। यह सवाल चन्द्रकांत खैरे ने कर कहा कि जब उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ सरकार का गठन किया तो, आपने ढाई साल नगर विकास मंत्रालय का पदभार क्यों संभाला?। जब आपको कांग्रेस का विरोध था, तो आप ठाकरे सरकार का गठन होते ही शिवसेना से बाहर आना चाहिए था। कांग्रेस – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ शिवसेना ने गठबंधन करने के बाद शिंदे ने भी सत्ता का स्वाद चखा। खैरे ने साफ किया कि जब चार साल पूर्व शिंदे कांग्रेस में प्रवेश करने का मन बना चुके थे, तब विधायक सिरसाठ वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे से दूरी बना चुके थे। परंतु, जैसे ही ठाकरे सरकार स्थापित हुई और नगर विकास मंत्रालय का पदभार मिलते ही शिंदे ने कुछ विधायकों को करीबी किया, जिसमें औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ भी शामिल थे। 

    खैरे पागल हो चुके है 

    उधर, चन्द्रकांत खैरे द्वारा चार साल पूर्व के खोले गए राज पर गुस्साएं औरंगाबाद पश्चिम के विधायक संजय सिरसाठ ने खैरे को पागल ठहराते हुए कहा कि वे अपने दिमाग का इलाज करा ले। मैंने ऐसी कोई बात खैरे को नहीं बतायी थी, यह स्पष्टीकरण सिरसाठ ने देते हुए साफ किया कि तब चुनाव का समय था, उस समय शिंदे कैसे कांग्रेस में शामिल हो सकते थे?। यह सवाल भी उन्होंने किया।