CM शिंदे ने औरंगाबाद ‘एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023’ को ऑनलाइन किया संबोधित, इन कामों को लेकर कही बड़ी बात

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    औरंगाबाद : राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) आम आदमी की सरकार है और राज्य (State) के व्यापक विकास (Comprehensive Development) के लिए प्रतिबद्ध है। केवल एक शक्तिशाली नेता के दबाव में परियोजनाएं (Projects) देने के बजाय, सरकार जहां जरूरत होती है वहां परियोजनाएं देती है। राज्य के विकास में कृषि भी एक महत्वपूर्ण उद्योग है। किसान हमें जीवित करते हैं। इसलिए उद्योग हमें समृद्ध करता है। इससे उद्योगों का जाल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न होकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो रोजगार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर पलायन रुक सकता है। यह विश्वास सीएम एकनाथ शिंदे ने जताया। 

    वह मराठवाड़ा एसोसिएशन ऑफ स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (मसिआ ) की ओर से 5 से 8 जनवरी तक आयोजित राज्य की सबसे बड़ी औद्योगिक प्रदर्शनी ‘एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023’ (Advantage Maharashtra Expo 2023) के उद्घाटन के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बोल रहे थे। इससे पहले प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड और राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री अतुल सावे, संदीपान भुमरे, अब्दुल सत्तार, विधायक प्रदीप जायसवाल, उदय सिंह राजपूत, प्रा. रमेश बोरणारे, हरिभाऊ बागड़े, सांसद इम्तियाज जलील, प्रमुख सचिव उद्योग विभाग डॉ. हर्षदीप कांबले, ऑरिक के एमडी सुरेश काकानी, मसिआ अध्यक्ष किरण जगताप कनवेनर अभय हंचनाल  मौजूद थे। प्रदर्शनी का आयोजन 5 से 8 जनवरी 2022 तक शेंद्रा एमआईडीसी के ऑरिक सिटी में किया गया है। 

    नई सरकार बनने के बाद हम उद्यमियों से मिल रहे: सीएम शिंदे 

    मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, मसिआ संगठन ने प्रदेश में सबसे बड़ी औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन किया है। मसिआ ने दिखा दिया कि इस तरह के प्रदर्शन मुंबई-पुणे ही नहीं मराठवाड़ा में भी संभव हैं। यह प्रदर्शनी ऐसे समय में हो रही है जब महाराष्ट्र दिसंबर में अपने उत्पादन के चरम पर पहुंच गया है। वस्तुओं की मांग बढ़ी है जबकि रोजगार सृजन में भी तेजी आई है। इससे उद्योग जगत में सकारात्मक माहौल बना है। महा एक्सपो से न केवल करोड़ों का कारोबार होगा बल्कि मराठवाड़ा के उद्यमियों के सामान को देश-विदेश में अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में इस तरह के एक्सपो महत्वपूर्ण हैं। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि उद्योग खड़े हों, बढ़ें और रोजगार पैदा करें। इसलिए आजादी की वर्षगांठ वर्ष में 75 हजार रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया है। हाल ही में कैबिनेट की उपसमिति ने 70 हजार करोड़ के उद्योगों को मंजूरी दी है। नई सरकार बनने के बाद हम उद्यमियों से मिल रहे हैं। उद्यमियों के समस्याओं को जानकर उसें हम हल करने का प्रयास कर रहे है। 

    राज्य में अभी भी बड़ी परियोजनाएं आ रही हैं

    मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क का विस्तार हो रहा है। समृद्धि हाइवे इसका एक अच्छा उदाहरण है। पहले कहा जाता था कि नदी के किनारे समृद्धि विकसित हो रही है। अब समृद्धि हाइवे की तरह सड़कों के किनारे भी समृद्धि पनपने वाली है। राज्य में अभी भी बड़ी परियोजनाएं आ रही हैं। जी-20 की बैठकों के जरिए प्रदेश की औद्योगिक क्षमता को दुनिया के सामने पेश करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने दोहराया कि सरकार राज्य के व्यापक विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

    दो साल के लिए अन्य शहरों में एक्सपो

    उद्योग मंत्री उदय सामंत ने एक्सपो की सराहना करते हुए मसिआ को इतने भव्य आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी महा एक्सपो की तरह सब कुछ “भव्य” बनाना चाहती है। मसिआ द्वारा ऑरिक सिटी में एक कन्वेंशन सेंटर स्थापित करने की मांग पर उन्होंने कहा, नैतिकता के कारण अभी इसकी घोषणा नहीं की जा सकती है। हर तीन साल बाद होने वाला यह एक्सपो बीच के दो साल में पुणे, मुंबई और नागपुर और कोकण में आयोजित करने की सलाह सामंत ने मसिआ संगठन को दी। इससे मराठवाड़ा के अन्य हिस्सों को उद्योगों की क्षमता का पता चलेगा। औद्योगिक आदान-प्रदान होंगे। 

    छोटे उद्यमियों को 10, 20 गुंटा और एक एकड़ जमीन देने की इच्छा जताई: उदय सामंत

    सामंत ने आगे कहा कि राज्य सरकार की हमेशा से भूमिका रही है कि बड़े उद्योगों के साथ लघु उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जाए। यदि राज्य में सरकार अस्थिर रहती है, तो नए उद्योग आने के बारे में सोचा जाता है। हालांकि, राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद उद्योग के लिए सकारात्मक माहौल बना है। 18 और 19 जनवरी को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दाओस में विश्व सम्मेलन में जाएंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल हम दोगुना एमओयू करेंगे। सामंत ने छोटे उद्यमियों को 10, 20 गुंटा और एक एकड़ जमीन देने की इच्छा जताई। उन्होंने प्लग एंड प्ले मशीनरी के लिए 1000 वर्ग फुट जगह और 1000 वर्ग फुट निर्माण क्षेत्र के आवंटन को मंजूरी दी। उन्होंने मसिआ संगठन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए मसिआ सदस्य एक दूसरे का ख्याल रखते हैं। वे एक दूसरे के बारे में बहुत अच्छा बोलते हैं। वे सही मायने में इंडस्ट्री के मसीहा हैं। अगर हम राजनेता उनसे यह गुण ले लें तो बहुत कुछ हासिल हो जाएगा। उन्होंने मसिआ के एक सदस्य द्वारा किसी चीज़ के लिए फॉलो-अप की भी सराहना की। महा एक्सपो में 27 उद्यमियों ने 500 करोड़ के निवेश की तैयारी दिखाई है। उन्होंने बताया कि इससे 1500 रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि शिंदे-फडणवीस सरकार उद्यमियों की सभी मांगों को पूरा करेगी।

    एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023 का पीएम मोदी नहीं कर पाए उद्घाटन

    राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस औरंगाबाद पहुंचकर शहर से सटे शेन्द्रा एमआईडीसी में स्थित ऑरिक सिटी में  मराठवाड़ा स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज (मसिआ) की ओर से आयोजित एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023 का उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहने वाले थे। परंतु, मुंबई हवाई अड्डे पर सीएम और डिप्टी सीएम को औरंगाबाद लेकर पहुंचने वाले विमान में अचानक खराबी के चलते यह दोनों औरंगाबाद पहुंच नहीं पाए। 

    उधर, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सपो के उद्घाटन के लिए गुरुवार की दोपहर 12 बजकर 10 मिनट का समय दिया था। परंतु, उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस न पहुंचने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023 का उद्घाटन नहीं कर पाए। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को औरंगाबाद लेकर आने वाले विमान में खराबी के चलते दूसरा विमान के औरंगाबाद पहुंचने में दो से तीन घंटे का समय लगना था। जिसके चलते उन दोनों ने औरंगाबाद आने का कार्यक्रम रद्द किया। कुछ समय बाद मुख्यमंत्री ने सीएम कार्यालय पहुंचकर एडवांटेज महाराष्ट्र एक्सपो 2023 के उद्घाटन समारोह को ऑनलाइन संबोधित किया।