महानगरपालिका स्कूली छात्रों के साथ बाल गीतों का आनंद लेकर मंत्रमुग्ध हुए कमिश्नर पांडेय

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    औरंगाबाद : इन दिनों औरंगाबाद स्मार्ट सिटी (Aurangabad Smart City) के माध्यम से महानगरपालिका के 50 स्कूलों के 350 कक्षाओं का आधुनिकीकरण (Modernization) किया जा रहा है। महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय (Commissioner Astik Kumar Pandey) ने गारखेडा में स्थित प्राथमिक स्कूल के सीबीएससी पैटर्न (CBSE Pattern) के अनुसार तैयार किए गए डिजीटल स्मार्ट क्लास रुम (Digital Smart Class Room) का दौरा किया। तब पांडे ने स्मार्ट क्लास रुम का औपचारिक उद्घाटन करने के बाद वहां शिक्षा हासिल कर रहे तिसरी के छात्रों से संवाद साधा। उसके बाद उन्होंने क्लास रुम के टेबल पर बैठकर डिजीटल स्क्रीन पर काठी का घोड़ा-घोड़ा की काठी बाल गीता का आनंद लिया। 

    महानगरपालिका कमिश्नर पांडे ने गारखेडा के प्राथमिक स्कूल पहुंचकर वहां निर्माण किए गए डिजिटल स्मार्ट क्लास रुम का औपचारिक उद्घाटन किया। उसके बाद पांडेय ने स्मार्ट क्लास रुम के आधुनिक शिक्षा सुविधाओं का प्रैक्टिकल छात्रों के साथ बैठकर देखकर काफी संतोष व्यक्त किया। उसके बाद उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से महानगरपालिका के कुल 71 में से 50 स्कूल के 350 कक्षाओं को नुतनीकरण कर स्मार्ट स्कूल बनाने का काम हाथ में लिया गया है। इस पर 65 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है। सबसे पहले मुंबई महानगरपालिका ने डिजीटल क्लास रुम शुरु किए थे। उसके बाद डिजीटल क्लास रुम शुरु करने का मान औरंगाबाद को मिला है। मुंबई के बाद औरंगाबाद महानगरपालिका के स्कूलों में स्मार्ट स्कूल की संकल्पना सहित डिजीटल क्लास रुम का प्रयोग किया जा रहा है। 

    आधुनिक सुविधाओं से लेस है डिजीटल क्लास रुम 

    आधुनिकता के इस युग में प्राथमिक शिक्षा से ही छात्रों को आधुनिक शिक्षा की जानकारी देने का बीड़ा महानगरपालिका प्रशासन ने उठाया है। उसके लिए स्कूलों में आधुनिक सुविधाओं से लेस डिजीटल क्लास रुम का निर्माण किया जा रहा है। डिजीटल क्लास रुम में बड़ा टीवी स्क्रीन लगाया गया है। उसके माध्यम से छात्रों को आधुनिक शिक्षा देने का संकल्प किया गया है। उस क्लास रुम में सिविल वर्क और फर्निचर का बड़े पैमाने पर काम किया गया है। इंटरनेट, वायफाय, पीसी, सीपीयू, सीसीटीवी, कैमरे के अलावा अन्य बेहतर सुविधाएं उपलब्ध है। स्मार्ट स्कूल उपक्रम में हर साल 10 स्कूलों पर सौर उर्जा प्रकल्प भी बिठाए जाएंगे। जिससे स्कूल के बिजली बिल पर खर्च होने वाली राशि को ब्रेक लगकर स्कूल स्वयं पूर्ण होने का दावा महानगरपालिका प्रशासक पांडेय ने किया। कमिश्नर पांडेय ने बताया कि स्कूल और कक्षाएं स्मार्ट हो रहे है। उनके साथ-साथ छात्रों को शिक्षा देने वाले शिक्षक भी स्मार्ट होना चाहिए।  इसको लेकर महानगरपालिका प्रशासन शिक्षकों को स्मार्ट बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण देगा। महानगरपालिका स्कूलों में 100 नए कक्षाएं निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। उसकी शुरुआत नारेगांव स्कूल से किए जाने की जानकारी पांडेय ने देते हुए बताया कि यहां पर 24 कक्षाओं का निर्माण किया जाएगा। बता दे कि महानगरपालिका ने गत साल से सीबीएसई पैटर्न के स्कूल शुरु किए है। इन स्कूलों में जूनियर केजी, सीनियर केजी और प्रथम ऐसे तीन वर्ग सीबीएसई पैटर्न में शुरु किए गए है। स्पर्धा के इस युग में बचपन से ही छात्रों को आधुनिक शिक्षा मिले, यह प्रशासन का उद्देश्य है। उसके तहत डिजीटल क्लास रुम निर्माण किए जा रहे है।  

    कमिश्नर पांडेय से छात्रा ने पूछा आप कौन 

    जब कमिश्नर पांडेय स्कूल का दौरा कर रहे थे, तब वे तिसरी कक्षा में पहुंचे। वहां उन्होंने शिक्षा हासिल कर रहे छात्र-छात्राओं से संवाद साधा। तब कमिश्नर पांडेय ने बच्चों को नाम पूछा। उसके बाद कमिश्नर ने एक छात्रा से संवाद साधते हुए मैं कौन हूं? यह पूछा इस पर बड़ी चतुराई से उस छात्रा ने साफ कहा कि मुझे पता नहीं है। उसके बाद कमिश्नर पांडेय ने अपना परिचय देते हुए बताया कि मैं महानगरपालिका कमिश्नर हूं। यह सुनने के बाद छात्रा ने भी बड़ी संजीदगी से जवाब देते हुए कहा कि अच्छा आप कमिश्नर है, छात्रा ने कमिश्नर पांडेय से उनका नाम भी पूछा। छात्र-छात्राओं की तत्परता देखकर महानगरपालिका कमिश्नर पांडेय काफी प्रसन्न हुए। उसके बाद पांडेय ने डिजीटल स्क्रीन पर काठी का घोड़ा-घोड़ा की काठी बाल गीता का आनंद छात्रों के साथ लिया। कमिश्नर पांडेय के साथ छात्र भी बाल गितकर सुनकर काफी प्रसन्न हुए। इस दौरे में महानगरपालिका कमिश्नर के साथ शहर अभियंता सखाराम पानझडे, स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त आयुक्त अरुण शिंदे, उपायुक्त नंदा गायकवाड, स्मार्ट सिटी की स्नेहा नायर, किरण आडे, इमरान खान, महानगरपालिका के शिक्षणाधिकारी संजीव सोनार, गारखेडा स्कूल की मुख्याध्यापिका प्रतिभा कुलकर्णी, सीबीएससी स्कूल के मुख्याध्यापक शशिकांत उबाले के अलावा शिक्षक उपस्थित थे।