औरंगाबाद: औरंगाबाद महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय (Aastik Kumar Pandey) ने शहर में कुड़ा-करकट के साथ-साथ सड़क (Road) के किनारे और खुले स्थान पर संपत्ति धारकों द्वारा फेंके गए निर्माण सामग्री और कचरे पर ध्यान केन्द्रीत किया है। नगर प्रशासक पांडेय ने यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को चेताया कि वे दिसंबर माह के अंत तक शहर के किनारे पड़े निर्माण सामग्री (Construction Material) और कचरा उठा लें वरना, उसके बाद निर्माण सामग्री का मटेरियल सड़क पर दिखाए जाने पर वार्ड के निर्माण निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासक पांडेय ने शहर के कई इलाकों का दौरा करने के बाद पाया कि बड़े पैमाने पर निर्माण सामग्री और मलबा सड़क के किनारे और खुले स्थान पर पड़ा हुआ है। वह तत्काल हटाने के आदेश कमिश्नर ने दिए। उसके बाद कमिश्नर पांडेय ने यांत्रिकी विभाग का दौरा किया। वहां स्थित वाहनों की जांच की। मलबा उठाने के बारे में कार्रवाई करने की सूचना दी। वर्तमान में वहां खड़े छोटे वाहन, दो ट्रक और एक जेसीबी का इस्तेमाल सड़क के किनारे पड़े हुए मलबे और निर्माण सामग्री साहित्य उठाने के लिए करने की सूचना की। यांत्रिकी विभाग पर पैसा खर्च किया जाता। उन वाहनों का इस्तेमाल होना चाहिए। वाहने खड़े ना रखें। चालू रखकर कचरा और मलबा उठाने के लिए उसका इस्तेमाल करें। मलबा उठाने के कार्य के लिए वाहन इस्तेमाल करने पर उस वाहन पर चालक का नाम, मोबाइल नंबर लिखकर वाहनों को अलग रंग दिया जाए।
…तो होगी निर्माण निरीक्षक पर कार्रवाई
ताकि, नागरिकों को भी पता चला कि यह वाहन शहर में मलबा व निर्माण सामग्री उठाने के लिए कार्यरत है। उसके अनुसार परिसर के नागरिक उक्त वाहन धारक को फोन करेंगे। उस नंबर द्वारा कंट्रोल रुम में फोन कर शहर के किनारे पड़े हुए निर्माण सामग्री की जानकारी देंगे। जिन नागरिकों के निर्माण कार्य का मलबा उठाया जाएगा, उसका उसे चार्ज लगाया जाए। निर्माण कार्य की इजाजत महानगरपालिका की ओर से दी जाती। उससे शहर में कितने स्थानों पर निर्माण कार्य जारी है,उसकी सूची तैयार कर उनसे संपर्क कर सड़क के किनारे पड़े निर्माण सामग्री को लेकर कार्रवाई करें। शहर में जारी निर्माण कार्यों की जानकारी निर्माण निरीक्षक, वार्ड अधिकारी, वार्ड इंजीनियर, सफाई निरीक्षक, वार्ड जवान को होनी चाहिए। वह उसकी जिम्मेदारी है। वर्तमान में सड़क के किनारे पड़े निर्माण कार्य के साहित्य दिसंबर एंड तक उठाने की कार्रवाई कर शहर को मलबे व निर्माण सामग्री की पड़े हुए साहित्य से मुक्त करें। इसके बाद सड़क के किनारे निर्माण सामग्री दिखाए देने पर वार्ड के निर्माण निरीक्षक पर कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी प्रशासक पांडेय ने दी। इस अवसर पर शहर अभियंता सखाराम पानझडे, उपायुक्त अपर्णा थेटे, वार्ड अधिकारी, सफाई निरीक्षक आदि उपस्थित थे।