पुलिस प्रशासन की लापरवाही से हुआ पुसीसावली गांव में दंगा- एमआईएम के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कादरी का आरोप

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छत्रपति संभाजीनगर: पुलिस (Police) प्रशासन के लापरवाही व अनदेखी से सातारा (Satara) जिले के खटाव तहसील के पुसीसावली गांव में दंगा (Communal Riots) हुआ। दंगे में अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक की जान जाने के अलावा दंगाइयों ने एक विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल को तहस नहस किया। गांव के अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा दो बार पुलिस प्रशासन को ज्ञापन देकर दंगा होने की आशंका को लेकर आगाह करने के बावजूद पुलिस अधिकारी तमाशबीन बने रहे। जिसके चलते पुसीसावली में दंगा हुआ। यह आरोप एमआईएम के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. गफार कादरी (Dr Gaffar Quadri) ने आयोजित प्रेस वार्ता में लगाया।
 
उन्होंने बताया कि अगस्त माह में इंस्टाग्राम पर हिंदू समुदाय के भावनाओं को आहत करने वाली पोस्ट डाली गई। जांच में पता चला कि यह पोस्ट किसी का मोबाइल नंबर हैक कर पोस्ट डाली गई। इस पोस्ट के बाद पुसीसावली गांव में हिंदु-मुस्लिम समुदाय में हो रहे तनाव के बारे में गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने दो बार पुलिस प्रशासन को ज्ञापन देकर आगाह करते हुए मांग की थी कि जिस किसी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाली, उसकी जांच की जाए। डॉ. गफार कादरी ने कहा कि आज कल साइबर पुलिस इस मामले में काफी एक्सपर्ट है, इसके बावजूद पुलिस आज तक यह पता नहीं लगा पाई कि यह पोस्ट किस ने डाली। इस पर एमआईएम के कार्यकारी अध्यक्ष ने आश्चर्य जताते हुए इस मामले पर राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
 

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पर लगाया दंगा भड़काने का आरोप
एमआईएम नेता ने पत्रकारों को बताया कि जब दंगाई अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थल पर हमला करने पहुंचे तब भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विक्रम बावस्कर का बार-बार नाम लेकर धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ कर रहे थे। गांव में हमेशा सभी समुदाय के साथ प्रेम भाव के साथ रहने वाले 30 वर्षीय युवक नुरुल हसल लियाकल शिकलकरी की दंगाइयों ने जान ली। साथ ही धार्मिक स्थल में प्रार्थना कर रहे 15 से अधिक लोगों पर हमला कर उन्हें लहूलुहान किया गया। सातारा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई करें। वरना, एमआईएम की ओर से पूरे राज्य में आंदोलन छेड़ा जाएगा। सरकार ने हमारी मांग को अनदेखी की तो हम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे, यह चेतावनी भी एमआईएम के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. गफार कादरी ने दी।