औरंगाबाद : केंद्र सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर देश भर में 10 से 4 लाइन वाले नेशनल हाईवे सडकों (National Highway Roads) का निर्माण किया जा रहा है। हाईवे की गुणवत्ता में आई यथोचित बेहतरी और सुधार के आधार पर वाहनों की गति सीमा को बढ़ाने के लिए जल्द ही राज्य सरकारों (State Governments) और केंद्र सरकार (Central Government) के साथ संयुक्त बैठक बैंगलोर में आयोजित कर पुराने कानून में सुधार लाने पर विचार विमर्श किया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) ने दी।
औरंगाबाद दौरे पर पहुंचे गडकरी ने मराठवाड़ा में नेशनल हाईवे के जारी कामों का आला अधिकारियों के साथ बैठक कर जायजा लिया। उसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय हाईवे की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। जिसके चलते भारतीय हाईवे मार्ग पर अब ज्यादा तेज गति से यात्रा करने की अनुमति प्रदान करना चाहिए। वर्तमान में हाईवे पर तय सीमा से अधिक तेजी से वाहन चलाने पर वाहन धारकों को 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाता है। इस पर पूछे गए सवाल पर गडकरी ने माना कि पुराने कानून के तहत यह जुर्माना वसूला जा रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए जल्द ही बैंगलोर में राज्य सरकारों के सड़क परिवहन मंत्रियों और केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्री सहित आला अधिकारियों के साथ एक बैठक लेकर पुराने कानून में बदलाव करने पर विचार विमर्श किया जाएगा। उसके बाद सामान्य नियम तय कर उस पर अंतिम निर्णय लेकर नए कानून संसद में पारित किए जाएंगे। गडकरी ने बताया कि उन्होंने विभिन्न श्रेणी की सड़कों पर दौड़ने वाली वाहनों की गति सीमा को संशोधित करने के लिए एक फ़ाइल तैयार की है। ऐसे में जल्द ही संसद में नया संशोधन बिल पेश किया जाएगा,, जिससे भारतीय सड़कों पर वाहनों की गति सीमा को नए तरीके से तय किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी यांनी आज संभाजीनगर येथे लोकप्रतिनिधी व अधिकाऱ्यांसह मराठवाड्यातील राष्ट्रीय महामार्ग कामांची समीक्षा बैठक घेतली. pic.twitter.com/OPqzEwCch6
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) July 13, 2022
औरंगाबाद से पुणे, दिल्ली, चेन्नई, बैंगलोर, सूरत, नागपुर पहुंचना होगा आसान
नितिन गडकरी ने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय औरंगाबाद से पुणे का सफर कम समय में तय करने लिए मुंबई-पुणे हाईवे पर स्थित उसे नामक टोल नाका से पुणे के बाहर से रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। उसके बीच में एक पॉइंट बनेगा, उस पॉइंट से पुणे से अहमदनगर के बाहर से पाथर्डी होते हुए पैठण के बाहर से शेन्द्रा तक एक हाईवे का निर्माण किया जाएगा। इस हाईवे के निर्माण पर 12 हजार करोड़ की राशि खर्च होगी। इस महामार्ग का डीपीआर बनाने का काम शुरु किया गया है। यह महामार्ग अहमद नगर के बाहरी पिछड़े इलाके से जाएगा। जिससे इस जिले के पिछड़े इलाकों में व्यवसाय वृद्धि को काफी फायदा होगा। इस हाईवे के चलते औरंगाबाद वासी पुणे ढ़ाई घंटे में पहुंच पाएंगे। ये महामार्ग 286 किमी. होग। बल्कि, पुणे के बाहर वाले रिंग रोड पर स्थित उसी पॉइंट से पुणे बंगलोर के लिए हाईवे का निर्माण किया जाएगा। जिसके चलते पुणे से बंगलोर सिर्फ साढ़े तीन घंटे में वाहन धारक पहुंच पाएंगे। वहींं, औरंगाबाद से पुणे जाते समय अहमद नगर के निकट एक पॉइंट से सूरत, चेन्नई हाईवे पर पहुंचने पर दिल्ली के अलावा समृद्धि महामार्ग से नागपुर पहुंचना आसान होने की जानकारी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी। उन्होंने दावा किया कि नए महामार्गों के निर्माण से औरंगाबाद वासियों को पुणे, दिल्ली, चेन्नई, बैंगलोर, दिल्ली, सूरत, नागपुर पहुंचना आसान होगा। अंत में उन्होंने बताया कि औरंगाबाद के वालूज से शेन्द्रा तक अखंड उडडान पुल बनाने के लिए तज्ञों की राय ली जा रही है। हमारा प्रयास है कि वालूज से शेन्द्रा तक अखंड डबल डेकर पुल हम विचार कर रहे है। अंत में उन्होंने बताया कि औरंगाबाद से पैठण फोर लाइन बनाने का काम जल्द शुरु होगा। प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री और विधायक अतुल सावे, विधायक हरिभाउ बागडे, विधायक प्रशांत बंब, जिला अधिकारी सुनील चव्हाण उपस्थित थे।