जी-20 शिखर सम्मेलन परिषद में मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- भारत देश महिला सक्षमीकरण के लिए प्रथम

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औरंगाबाद : ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर में जी-20 (G-20) की वुमन-20 परिषद (Women-20 Council) संपन्न हो रही है। परिषद में महिलाओं (Women) के उन्नति के लिए होने वाला मंथन विश्व को आगे ले जाने वाले साबित होगा। क्योंकि, भारत यह महिला सक्षमीकरण के लिए काफी प्रथम देश है। यह प्रतिपादन देश की केंद्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी (Minister Smriti Irani) ने यहां किया। 

शहर में आयोजित दो दिवसीय वुमन-20 परिषद का उद्घाटन केंद्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों किया गया। उसके बाद विश्व के 20 देशों से आई जी-20 देशों की सदस्यों के समक्ष अपने विचार व्यक्त करते हुए स्मृति ईरानी ने यह बात कहीं। मंच पर केंद्रीय मंत्री रावसाहाब दानवे, केंद्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड, जी-20 की शेरपा अमिताभ कांत, वुमन-20 की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा, डॉ. गुल्डेन तुकतान, राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे, पालकमंत्री संदिपान भुमरे, परिषद की समन्वयक धारित्री पटनायक, विधायक हरिभाउ बागडे उपस्थित थे। अपने विचार में स्मृति ईरानी ने आगे बताया कि विश्व में 30 लाख से अधिक महिला सक्रिय राजनीति में है। जिसमें 14 लाख महिला भारत में है। 

भारत अब बदल रहा है

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मुद्रा लोन का लाभ 2 करोड़ 30 लाख महिलाओं ने लेकर उद्योग शुरु किया है। भारत में 6 लाख 22 हजार देहात है। उसमें 8 करोड़ से अधिक महिलाएं खेती व्यवसाय से जुड़ी हुई है। उन महिलाओं ने अब डिजीटल इंडिया से व्यवहार शुरु किया है। जिसके चलते गत कुछ सालों में भारत पूरी तरह बदला है। अतुल्य भारत अब डिजीटल इंडिया के रुप में पहचाने जाने लगा है। यहीं कारण है कि नए भारत का पासवर्ड महिला के हाथ में है। 

पुरुषों के साथ रखकर करें हम कार्य 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उनके औरंगाबाद आगमन पर उनके निकट महिलाओं की अधिक संख्या देखकर कहा कि मेरे आस-पास महिलाओं की आवाजाही थी ,परंतु पुरुष एक साईड खड़े हुए थे। इस पर स्मृति ईरानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पुरुषों को हम अलग नहीं रख सकते, हर कार्य में पुरुषों का साथ रहना जरुरी है। तब जाकर ही हम आगे बढ़ पाएंगे। 

कोरोना संकटों का मुकाबला करने के बाद भी भारत में स्थिति बेहतर 

जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि कोविड महामारी ने पूरे विश्व में पांव पसारने के बाद विश्व के कई देशों में आर्थिक स्थिति चरमरा गई। 10 करोड़ लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा। आज भी विश्व के एक तृतीयांश देश में मंदी है। परंतु भारत में कोविड के बाद भी आर्थिक स्थिति में बेहतर सुधार हो रहा है। इसमें जन धन योजना के अंतर्गत भारत में 48 करोड़ बैंक खाते खोले गए। 2015 पूर्व तक देश की कुल जनसंख्या में 19 प्रतिशत नागरिकों के बैंक में खाते थे, जन धन योजना के बाद यह आंकड़ा 76 प्रतिशत पर पहुंचा है। विशेषकर, इसमें 50 प्रतिशत से अधिक बैंक खाते महिलाओं के है। अमिताभ कांत ने कहा कि जब तक हर क्षेत्र में महिलाओं को पुरुषों के बराबर स्थान नहीं दिया जाएगा, तब तक देश और विश्व का विकास असंभव है। इस अवसर पर उपस्थित केंद्रीय मंत्री रावसाहाब दानवे ने भी केंद्र की मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाए जा रहे विविध योजनाओं पर मराठी में भाषण पर विस्तार से प्रकाश डाला। दावने ने कहा कि महिलाओं को आरक्षण देने वाला देश का महाराष्ट्र प्रथम राज्य है। केंद्रीय मंत्री डॉ. भागवत कराड ने केंद्रीय अर्थ मंत्रालय की ओर से महिलाओं के लिए चलाई जा रही विविध योजनाओं पर प्रकाश डालकर, केंद्र सरकार के प्रयासों से देश की महिलाओं को कितने बड़े पैमाने पर फायदा हो रहे  है, इसकी जानकारी दी। राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे ने ऐतिहासिक औरंगाबाद शहर का महत्व समझाया।