online-game
file

    Loading

    औरंगाबाद: आधुनिकता के इस युग में युवा पीढ़ी मोबाइल (Mobile) की लत में परेशान होकर अपना जीवन बरबाद कर रहे हैं, बल्कि मोबाइल में अलग-अलग एप के माध्यम से गेम (Games)खेलने की लगी लत के चलते लाखों रुपए अपने माता-पिता के उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला औरंगाबाद जिला ग्रामीण की साइबर पुलिस (Cyber Police) उजागर करने में कामयाब हुई है। एक महिला के खाते से साल भर में करीब ढ़ाई लाख रुपए की राशि गायब हुई थी। 

    महिला ने ग्रामीण साइबर पुलिस थाना में शिकायत लिखाने के बाद पुलिस की जांच में उक्त महिला के बेटे ने ही मोबाइल पर विविध एप के माध्यम से गेम खेलने के लिए अपने मां के बैंक खाते से ढ़ाई लाख रुपए की राशि खर्च की जानकारी सामने आयी। 

    मां ने नहीं दर्ज कराई शिकायत

    मां ने अपने बेटे के खिलाफ शिकायत न देने से मामला दर्ज नहीं हो पाया। इस मामले को हर माता-पिता ने गंभीरता से लेकर अपने बच्चों को मोबाइल पर गेम खेलने से बचाने की अपील ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया ने की।

    पुलिस को महिला के बेटे पर ही शक हुआ

    एसपी कलवानिया ने बताया कि 18 जून 2022 को एक महिला ने औरंगाबाद जिला ग्रामीण पुलिस के साईबर थाना पहुंचकर एक साल में उसके खाते से 2 लाख 49 हजार 491 रुपए की राशि गायब होने की शिकायत लिखायी थी। विशेषकर, यह रकम गायब होते समय कभी भी उक्त महिला को किसी का फोन आया और ना ही उक्त महिला ने कभी भी किसी को मोबाइल पर आया हुआ ओटीपी नहीं दिया था। इसके बावजूद हर दिन 400/ 800 से लेकर 4000 रुपए की राशि खाते से कम हो रही थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच शुरु की तब उन्हें उक्त महिला के बेटे पर ही शक हुआ।

    पुलिस की पूछताछ करते ही बेटे ने उगला सच

    साइबर पुलिस ने महिला की शिकायत के बाद बैंक खाते की जांच करने पर यह रकम कई मोबाइल गेम के लिए खर्च होने की जानकारी सामने आयी। पुलिस ने जब शिकायतकर्ता के बेटे से पूछताछ शुरु की तो उसने पहले पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने जब उसे विश्वास में लेकर पूछताछ कर उसके मोबाइल की जांच की तब यह बात सामने आयी कि उक्त महिला का बेटा मोबाइल पर गेम के एप डाउनलोड कर उसके माध्यम से ऑनलाइन पेड गेम खेल रहा था। एसपी कलवानिया ने बताया कि ऑनलाइन गेम के अगले चरण में गेम के डायमंड खरीदी के लिए वह समय समय पर 400 से 4 हजार रुपए की राशि खर्च कर रहा था। सारी हकीकत जानने के बाद मां ने अपने बेटे को काफी समझाया और उसके खिलाफ शिकायत नहीं दी। 

    बच्चों के मोबाइल पर रखें करीब से नजर

    एसपी कलवानिया ने इस घटना के बाद नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि अभिभावक अपने बच्चों द्वारा इस्तेमाल किए जानेवाले मोबाइल एप में किस प्रकार का गेम खेल रहे है, उसका इस्तेमाल किस प्रकार कर रहे है, इस पर करीब से नजर रखें। साथ ही यूपीआई आईडी से कनेक्ट वाला मोबाइल क्रमांक का पासवर्ड अपने बच्चों को ना दें। वहीं, बच्चों के मोबाइल में पैरेंटंस मोड एक्टिव रहना चाहिए, बल्कि अभिभावक समय-समय पर अपने बच्चों के मोबाइल के इंटरनेट इस्तेमाल के बारे में हिस्ट्री चेक करते रहने की अपील एसपी कलवानिया ने की।