W-20 परिषद एक सार्थक सफलता: डॉ. संध्या पुरेचा

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औरंगाबाद : शहर के पंचसीतारा रामा इंटरनेशनल होटल में गत दो दिन से जारी जी-20 शिखर परिषद (G-20 Summit Council) की वुमन-20 परिषद (Woman-20 Council) सार्थक (Meaningful) रुप से कामयाब होने का दावा वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा (Dr. Sandhya Purecha) ने आयोजित प्रेस वार्ता में किया। बैठक में महिलाओं के प्राथमिक 5 महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा कर उन्हें विश्व स्तर पर अमलीजामा पहनाने पर जोर दिया गया। 

वुमन-20 परिषद के लिए आयोजित 7 सेशन के बाद डॉ. संध्या पुरेचा ने प्रेस वार्ता में बताया कि दो दिवसीय बैठक में जिसमें महिला सक्षमीकरण, जलवायु लचीलापन उससे होनेवाले बदलाव में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका कैसी निभायेंगी, तालागला के महिलाओं के लिए सक्षम परिस्थिति प्रणाली कैसे तैयार की जा सकेंगी उस पर लक्ष्य केन्द्रीत करना, मूलभूत सुविधाएं और कौशल्य यानी डिजीटल विभाजन को उसके लिए शिक्षा और स्कील डेवलपमेंट के लिए महिलाओं के लिए मार्ग तैयार करने को सर्वसम्मति से सभी ने मान्यता दी। यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है। साथ ही भारत की महिलाओं के नेतृत्व में हमारा विकास हो इस पर भी विस्तार से प्रकाश डालकर चर्चा की गई। 

आगे जाकर महत्वपूर्ण मुद्दों को विश्वस्तर पर अमलीजामा पहनाने लगाए जाएगी मुहर 

वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने बताया कि परिषद में शामिल हुए जी-20 के 19 और एक यूरोपियन देश हम सब मिलकर इस पर झिरो ड्राफ्ट तैयार करेंगे। इसमें 5 महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए गठित 5 टास्क फोर्स में हर देश का एक को चेयर है। वह को चेयर और उसके मेंबर हम सब मिलकर आगामी एक पखवाडे के भीतर अपने नॉलेज पार्टनर झिरो ड्राफ्ट पेश करेंगे। उसके बाद उस पर चर्चा की जाएगी। विश्व के देशों के अनुसार शाम का टाइम तय कर ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन इस पर चर्चा होगी। उसके बाद दूसरा ड्राफ्ट अप्रैल में तैयार कर उसे पढ़ा जाएगा। फिर तिसरा ड्राफ्ट तैयार कर मई महीने में उस पर चर्चा की जाएगी। वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने बताया कि गत वर्ष इंडोनिशाया में संपन्न हुई वुमन-20 और औरंगाबाद में संपन्न हुई वुमन-20 परिषद में महिलाओं की नीतियों पर चर्चाएं गए 5 महत्वपूर्ण मुद्दों पर अभ्यास होगा। उसके बाद गत वर्ष संपन्न हुई वुमन-20 परिषद के 70 प्रतिशत   अनुशंसा और गत दो दिन से औरंगाबाद में चल रही परिषद के 30 प्रतिशत अनुशंसा पर वर्ल्ड लीडर के साथ बैठ कर विश्व स्तर पर पॉलिसी तय की जाएगी।  एक सवाल के जवाब में वुमन-20 परिषद की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने कहा कि औरंगाबाद में संपन्न हुई परिषद के 20 पॉइंट में से 12 से 15 पॉइंट लिए गए तो यह साफ है कि हमारी परिषद का परिणाम बेहतर होकर हम कामयाब हुए। 

मातृ शक्ति को लिए भारत में बने कानून को सराहा गया 

वुमन-20 परिषद के अंतिम पैनल डिस्कशन में महिलाओं के लिए विश्व स्तर के अलग-अलग देशों में बने कानून पर चर्चा हुई। उसमें और क्या बदलाव किए जा सकते, इस पर भी कई सुझाव आए। महिलाओं के कानून पर हुए सेशन में हमारे देश की ओर से पूर्व विदेश मंत्री स्व. सुषमा स्वराज की पुत्री एड. बसुंरी स्वराज ने हिस्सा लेकर मातृत्व  योगदान पर भारत देश में बनाई गई पॉलिसी और अलग-अलग कानूनों पर चर्चा की गई। विशेषकर, घर पर काम करने वाली महिलाओं का योगदान उतना अधिक नहीं लिया जाता। महिलाएं घर के बाहर जाती और वह कमाती है, तो उस पर हम अधिक ध्यान देते है। परंतु माताएं जो संस्कार हमें घर पर देकर हमारा ख्याल रखती है, उसका कोई आर्थिक लाभ नहीं होता। परंतु उसका सामाजिक लाभ और देश की नेशन इमारत में होने वाले लाभ को हम दरकिनार करते है। उस पर बैठक के अंतिम सेशन में विस्तृत चर्चा होने की जानकारी एड. बसुंरी स्वराज ने दी। परिषद के दरमियान जी-20 की सदस्य फराहा आरबे ने एक प्रेसेंटेशन पेश किया था। मातृशक्ति के लिए अन्य देशों में बनाए गए कानून और भारत में मातृत्व लिए भी एक लॉ है। उसके तहत महिला तय कर सकती है, उसे बच्चा पैदा करना है या नहीं। उसके लिए उसे 24 हफ्ते तक तय करेंगी, वह नए जिंदगी को लाना चाहती है या नहीं। अगर उसने तय कर लिया कि वह नए जिंदगी विश्व में लाना चाहती है तो उसे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत पहले मुफ्त इलाज किया जाता है। उसके बाद प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत बच्चा पैदा करने से पूर्व और बाद में पोषण के लिए 5 हजार तक की राशि दी जाती है। इन कानूनों को लेकर भी बैठक में अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने सराहा जाए जाने की जानकारी एड. बसुंरी सुषमा स्वराज ने दी। 

मोदी के गुणगान पर पूछे गए सवाल से खफा हुई डॉ. संध्या पूरेचा 

परिषद में पीएम मोदी के गुणगान पर पूछे गए सवाल पर कुछ समय के लिए वुमन-20 की अध्यक्ष डॉ. संध्या पूरेचा खफा हुई। उसके बाद उनका चेहरा भी उतरा। प्रेस वार्ता में उपस्थित एड. बसुंरी स्वराज भी कुछ समय के लिए झटपटा गई। परंतु मामले को संभालते हुए कहा कि यह बैठक राजनीतिक मंच नहीं है।  यह ग्रुप नॉन गवर्नमेंट ग्रुप है। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के उन्नति के लिए लिए जा रहे निर्णयों को हमने जी-20 की वुमन परिषद में रखा। उन्होंने बैठक में मोदी के गुणगान पर साफ इंकार करते हुए प्रेस वार्ता खत्म कर दी।