बड़े नल कनेक्शन धारकों के लिए लगेंगे पानी के मीटर : सुनील चव्हाण

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    औरंगाबाद : शहर की गंभीर बनी पेयजल समस्याओं (Drinking Water Problems) को हल करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने सख्त निर्देश दिए है। सीएम के निर्देश के बाद प्रशासन ग्रीष्मकालीन मौसम में शहर में निर्माण पेयजल समस्याओं को हल करने के लिए हर संभव प्रयासों में जूटा है। इन्हीं प्रयासों में शहर के बड़े करीब डेढ़ हजार बड़े नल कनेक्शन धारकों (Tap Connection Holders) को वॉटर मीटर लगाने का निर्णय लिया गया है। वॉटर मीटर (Water Meter) लगाने से बड़े नल कनेक्शन धारकों द्वारा किए जाने वाले अतिरिक्त पानी के इस्तेमाल पर ब्रेक लगेगा। जिसका फायदा शहर को होगा। यह दावा महानगरपालिका के प्रभारी प्रशासक और कलेक्टर सुनील चव्हाण ने आयोजित प्रेस वार्ता में किया। 

    उन्होंने बताया कि शहर के पंचसीतारा, तीन सीतारा होटलों के अलावा, अस्पताल, कंपनियां, निजी कार्यालयों में पानी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है।  उनके द्वारा पानी के इस्तेमाल पर ब्रेक लगाने के लिए शहर में स्थित करीब डेढ़ हजार बड़े नल कनेक्शन धारकों को वॉटर मीटर लगाए जाएंगे। यह कार्रवाई जल्द शुरु की जाएगी। नल मीटर लगाने के बाद उनसे उसके अनुसार पेयजल कर वसूला जाएगा। अधिक कर लगने पर बड़े नल कनेक्शन धारक पानी के अतिरिक्त इस्तेमाल को ब्रेक लगायेंगे। 

    हर दिन 200 एमएलडी पानी की जरुरत 

    महानगरपालिका के प्रभारी प्रशासक चव्हाण ने  बताया कि शहर को हर दिन 200 से 220 एमएलडी पानी की जरुरत है। वर्तमान में हर दिन शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाले जर्जर हो चुकी दोनों योजनाओं से 135 से 140 एमएलडी जल अवशोषण होता है। वह जायकवाडी बांध से शहर के फारोला जल शुद्धिकरण केन्द्र पहुंचने तक 125 एमएलडी होता है। यहीं पानी शहर और सिडको को विभाजित कर दिया जाता है। 

    3 से 4 दिन गैप देकर पेयजल आपूर्ति देने का नियोजन 

    उधर, शहर के जिन इलाकों में जल आपूर्ति की पाइप लाइन नहीं है। उन इलाकों में 85 टैंकर से पेयजल आपूर्ति की जाती है। पहले यह टैंकर सिडको एन-7, एन-5, कोटला कालोनी, नक्षत्रवाडी में स्थित पानी की टंकियों से भरे जाते थे। अब सिडको एन-7, एन-5 के टंकियों से भरे जाने वाले टैंकर एन-1 में स्थित एमआईडीसी के पंप से भरे जा रहे है। वहीं, कोटला कालोनी और नक्षत्रवाडी से टंकी से भरे जाने वाले टैंकर जहांगिरदार कालोनी के मगरीबी कंपाउंड में स्थित कुंओं से भरे जाने का नियोजन किया गया है। एक सवाल के जवाब में सुनील चव्हाण ने बताया कि हर्सूल के पहले की जल योजना से 7.5 एमएलडी और  रोजाबाग में स्थित नहर ए अंबरी से 0.7 एमएलडी पानी लिया जा रहा है। इस तरह शहर में कुल 136.15 एमएलडी पानी लाया जा रहा है। प्रभारी महानगरपालिका प्रशासक ने बताया कि शहर में वर्तमान में 5 दिन गैप देकर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। आने वाले चंद दिनों में पानी कास्त्रोत बढ़ाने से प्रशासन का प्रयास है कि यह गैप कम कर 3 से 4 दिन गैप देकर पेयजल आपूर्ति की जा सके। 

    गांवों को होने वाले पेयजल आपूर्ति को लगाए गए मीटर 

    शहर को जायकवाडी बांध से पेयजल आपूर्ति करने वाले मुख्य पाइप लाइन से ढोरकीन, ईसारवाडी, धनगांव इन गावों को भी पेयजल आपूर्ति की जाती है। उन गांवों को जोडे गए कनेक्शन पर मीटर लगाने की कार्यवाही की गई है। वर्तमान में इन गांवों को दो दिन गैप  देकर पेयजल आपूर्ति जारी है। शहर में टंकियों को भरने वाले मुख्य पाइप लाइन पर स्थित अवैध नल कनेक्शन तोड़ने काम हाथ में लिया गया है। जिन्होंने मुख्य पाइप लाइन से कनेक्शन लिए है, ऐसे नागरिकों के नल कनेक्शन पर मीटर लगाकर उसके अनुसार पेयजल आपूर्ति कर वसूली जाएगी। यह जानकारी महानगरपालिका के प्रभारी प्रशासक और कलेक्टर सुनील चव्हाण ने दी।