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    नई दिल्ली/पुणे.  पुणे से आ रही एक अन्य बड़ी खबर के मुताबिक यहाँ संत तुकाराम की जन्मस्थली देहू (Dehu) में नगर निकाय ने मांस एवं मछलियों (Fish and Meat) की बिक्री पर अब पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही कच्चे एवं पके हुए मांस एवम् मछलियों पर यह पाबंदी बीते शुक्रवार से प्रभावी हो गई है। 

    बता दें कि महाराष्ट्र की भक्ति परंपरा से जुड़े प्रसिद्ध संतों में से एक, संत तुकाराम का जन्म 17 वीं सदी के प्रारंभ में इसी शहर में हुआ था और प्रतिदिन उनके हजारों श्रद्धालु यहां उनके मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। वहीं यहाँ स्थित गाथा मंदिर तो तुकाराम की विरासत है, जहां दीवारों पर उनका काव्य भी उकेरा हुआ है। साथ ही संत तुकाराम की याद में होने वाले महोत्सव में यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इसी प्रकार देश दुनिया में इन महान संत तुकाराम के लाखों भक्‍त हैं, जो उनके मंदिर में हमेशा ही आते रहते हैं।

    इस बाबत देहू नगर पंचायत के मुख्य अधिकारी प्रशांत जाधव ने बताया कि, ” बीते 25 फरवरी को नगर पंचायत की पहली आमसभा बैठक में वरकारियों (भगवान विट्ठल के श्रद्धालुओं) एवं स्थानीय निवासियों की भावना पर गौर करते हुए सभी ने देहू शहर में मछलियों एवं मांस की बिक्री पर पाबंदी लगाने का सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया है।”

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मंदिर नगर होने के कारण यहां महज चंद दुकानों पर ही पहले मांसाहारी चीजें बिकती थीं लेकिन वे भी अब पूरी तरह से बंद की गई हैं। वहीं तुकाराम मंदिर न्यास के न्यासियों में से एक संजय मोरे ने बताया कि शहर में मछलियों एवं मांस की बिक्री पर पाबंदी लगाने की सभी पक्षों ने ही मांग की थी।