जिले में ओले गिरने के साथ ही आंधी तुफान के साथ बेमौसम झमाझम बारिश ने दी दस्तक

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    भंडारा. तीन दिन पूर्व मौसम विभाग ने घोषित किया था कि 27 से 29 दिसंबर के बीच बेमौसम झमाझम बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी दी थी. मौसम विभाग का अंदाज यह सही साबित हुआ है. एवं मंगलवार 28 दिसंबर को जिले में ओले गिरने के साथ ही बेमौसम झमाझम बारिश ने दस्तक दी. 

    बेमौसम बारिश की वजह से चना, गेहुं, तुअर, साग सब्जी एवं धान का नुकसान हुआ है. पहले ही किसान महंगाई की मार झेल रहा है एवं उसमें भी मंगलवार को हुई बेमौसम बारिश से किसानों की कमर तोड दी है. 

    को भंडारा शहर में सुबह से शाम तक बादल छाए हुए थे. जिससे दिन में ही रात होने का दिखायी दे रहा था. ठंड लग रही थी. घर में होनेवाले नागरिकों ने अलाव जलाते हुए बैठे दिखायी दे रहे थे. शाम 6.45 बजे के दौरान अचानक मौसम ने करवट बदली एवं बेमौसम आंधी तुफान के साथ झमाझम बारिश ने दस्तक दी. 

    बता दें कि, लाखांदूर तहसील में सुबह के समय कोहरा होने से कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा था. वहीं, लाखनी तहसील में सुबह से ही बादल छाए हुए थे. किंतु शाम के दौरान रिमझिम बारिश ने दस्तक दी.  दूसरी तरफ, पवनी तहसील में सुबह के समय कोहरा होने से लोगों ने स्वेटर, मफलर, जैकेट पहने हुए दिखायी दे रहे है, साकोली तहसील में सुबह से ही बादल छाए हुए थे. शाम के दौरान रिमझिम बारिश ने दस्तक दी. पालांदूर परिसर में सुबह के समय कोहरा छाया हुआ था. 

    बीमारी फैलने की शक्यता 

    बेमौसम बारिश एवं बदरिला वतावरण की वजह से बीमारी फैलने की शक्यता निर्माण हुई है. बदरिला वातावरण से बुखार, सर्दी, खांसी के साथ अन्य बीमारी हो रही है. पहले ही कोरोना का संकट है. ऐसे में सर्दी, खांसी, बुखार बीमारी से नागरिकों में डर का वातावरण निर्माण हुआ है.

    मच्छरों का बढेगा आतंक 

    मंगलवार को हुई बेमौसम बारिश के कारण जगह जगह पानी जमा होने से मच्छरों का आतंक बढेगा. इस कारण डेंगु, मलेरिया, उल्टी, दस्त की बिमारियां बढ सकती है. जिससे नागरिकों में डर का वातावरण निर्माण हुआ है.

    जिले में मंगलवार को भंडारा तहसील के साथ तुमसर, मोहाडी, लाखनी, साकोली, पवनी में बारिश ने दस्तक दी. तो लाखांदूर में कोहरा के साथ दिन भर बादल छाए हुए थे. समाचार लिखे जाने तक लाखांदूर तहसील में बारिश आने के आसार दिखायी देने की जानकारी मिली है.