Maharashtra

    Loading

    भंडारा. जमानत के लिए नागपुर हायकोर्ट में चक्कर काटने के बाद भी निराशा हाथ लगे नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के आरोप में  पूर्व जिप अध्यक्ष सुमेध श्यामकुंवर ने अंतत: आंधलगांव पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट में जमानत अर्जी पर पुलिस ने आपत्ति दर्ज की थी. जिस वजह से हाई कोर्ट ने जमानत अर्जी रद्द की थी.

    घटना के 23 दिन बाद सुमेध श्यामकुंवर ने आंधलगांव पुलिस के सामने 20 मार्च को रात्रि में 8 बजे आत्मसमर्पण कर दिया. सरेंडर करने के बाद आंधलगांव पुलिस ने रात 9:41 बजे मेडिकल जांच के लिए ले गयी एवं उसे सोमवार को अदालत में पेश किया गया.

    कौन है श्यामकुंवर ?

    सुमेध श्यामकुंवर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं एवं विगत 10 साल से एनसीपी के लिए काम कर रहे हैं.  हाल ही में भंडारा जिला परिषद चुनाव में, उन्होंने सावरी थाना जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र से राकां की टिकट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन उसे हार का सामना करना पडा.

    पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार घटना 25 फरवरी की है. जब जिप पूर्व अध्यक्ष सुमेध श्यामकुंवर यह भंडारा स्थित छात्रावास में रहने वाली 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की को लेने के बहाने गया एवं डोंगरगांव-विहिरगांव मार्ग पर अपनी गाडी को रोककर नाबालिग छात्रा से बदसलूकी की.  इसके बाद 26 फरवरी को आंधलगांव थाने में सुमेध श्यामकुंवर के खिलाफ पास्को 8 व 354 के तहत शिकायत दर्ज की गई. पुलिस ने गुनाह में इस्तेमाल हुई मारुति सुजुकी वैगन आर  क्र. एमएच 36 एच 7009  को आंधलगांव पुलिस ने भंडारा से जब्त कर लिया.

    थानेदार सुरेश मटामी ने धारा 354 व पास्को 8 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है. पीड़िता  तुमसर तालुका की रहने वाली है एवं आदिवासी समुदाय से है. वह भंडारा स्थित एक शाला में 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी. आरोपी श्यामकुंवर के मालकियत के भंडारा के राजीव गांधी चौक स्थित यशोधन ग्रामीण शिक्षण संस्था द्वारा संचालित महिला छात्रावास है में पीड़िता रहती थी.

    सरकार द्वारा छात्रावास में रहने के संबंध में इजाजत देने के संबंध में निर्णय लेने के पश्चात छात्रावास का मालिक खुद गाड़ी लेकर छात्रा को जांब से ले जाने के लिए आया था. लेकिन आरोपी ने डोंगरगांव विहिरगांव रोड पर गाड़ी रोकी एवं पीड़िता के साथ  बदसलूकी  की.