बारिश से होने वाले फंगल रोगों ने सिर उठाया

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    • रखें ध्यान : चर्मरोग की समस्या बढी

    भंडारा. जिले में पिछले महिनों में लगातार बारिश हो रही थी. कुछ दिनों तक ठंड का अहसास हुआ. अब साफ आसमान और तेज धूप जैसे वातावरण है. यह विरोधाभास मानव शरीर को प्रभावित करता है. नतीजतन त्वचा की समस्याएं बढ रही है. इससे बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है. हर मौसमी परिवर्तन हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. लेकिन जुलाई की शुरुआत से ही जिले में भारी बारिश हुई है. इसलिए फंगस जैसी त्वचा संक्रमण ने अपने सिर उठा लिया है. बारिश से कपडे नहीं सूखते है. कई लोग गीले कपड़े पहनते है. ऐसा करने से फंगल रोग हो सकता है. इसलिए मरीजों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लेनी चाहिए और सेहत का ध्यान रखना जरूरी है.

    ऐसे रखें ख्याल

    गिले कपडे न पहनें, त्वचा पर ज्यादा पसीना न आने दें, सिराइट क्रीम का प्रयोग न करें, दूसरे लोगों के कपडे एवं तौलिया इस्तेमाल करने से बचें, गीले जूते न पहनें, पसीने से तर त्वचा पर एंटी-फंगल पाउडर का प्रयोग करें.

    दवा का एक कोर्स पूरा करें

    कई मरीज दवा की गोलियां पांच से दस दिन तक लेते है. उसके बाद खुजली के साथ-साथ फंगल इंफेक्शन कम होने से दवाईयां बंद कर देते है. इसलिए कुछ दिनों के बाद फिर से फंगल इंफेक्शन हो जाता है. इसलिए त्वचा विशेषज्ञों ने यह भी सलाह दी है कि दवा की अवधि डाक्टर द्वारा निर्धारित अनुसार पूरी कर लेनी चाहिए.

    चर्मरोग विशेषज्ञ डा. मोनीका गभने ने बताया कि बारिश के कारण फंगल चर्म रोग बढ गया है. इसलिए शरीर को साफ रखना जरूरी है. नमी वाले कपडे पहनने से बचें. क्योंकि फंगल रोग संक्रमित होने के कारण घर में एक व्यक्ति को हुआ तो घर के परिजनों को भी संक्रमित कर सकता है. इसलिए उसके कपडे दूर रखने चाहिए. डाक्टर की बताई गई दवा का कोर्स पूरा करें. उसके बाद ही चर्मरोग पूरी तरह से खत्म हो जाता है.